भूकंप के तेज झटकों से कांपी 9 देशों की धरती, अब तक 306 लोगों की मौत, दिखा भारी तबाही का मंजर

तुर्किये में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। आया। सीरिया समेत 9 देशों में झटके महसूस किए गए। तुर्की में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। तकरीबन एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से कुल 306 लोगों की मौत हो गई। तुर्की में 195 तो सीरिया में 111 लोगों की जान इस भूकंप के चलते गई है। वहीं, घायलों का आंकड़ा 540 के पार चला गया है।

भूकंप के तेज झटकों से कांपी 9 देशों की धरती, अब तक 306 लोगों की मौत, दिखा भारी तबाही का मंजर
  • सीरिया तक कांपी धरती
  • तुर्की में 53 तो सीरिया में 42 की मौत

 अंकारा। तुर्किये में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। आया। सीरिया समेत 9 देशों में झटके महसूस किए गए। तुर्की में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। तकरीबन एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से कुल 306 लोगों की मौत भी हो गई। जानकारी के अनुसार तुर्की में 195 तो सीरिया में 111 लोगों की जान इस भूकंप के चलते गई है। वहीं, घायलों का आंकड़ा 540 के पार चला गया है।

भूकंप के झटके इजराइल में भी महसूस किए गए थे। इजराइल में कई वर्षों बाद तगड़े झटके महसूस किए गए। इसके अलावा साइप्रस, सीरिया, लेबनान, ग्रीस, जॉर्डन, इराक और रोमानिया, जॉर्जिया मे भी धरती डोली है। इन देशों में भी तबाही की आशंका है। कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं, जिनमें कई लोग दबे हैं। राहत तथा बचाव कार्य जारी है।


शुरुआती जानकारी के मुताबिक, कई स्थानों पर इमारतों को नुकसान पहुंचा है। जो वीडियो सामने आए हैं, वो तबाही की आशंका पैदा कर रहे हैं। कई स्थानों पर बहुमंजिला इमारतें ध्वस्त होती नजर आई है। नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर यह झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई 

कई इमारतें हुईं धराशायी 
सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी की तस्वीरों के मुताबिक, तुर्की में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है और लोग बचने के लिए बर्फीली सड़कों पर जमा हो गए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, भूकंप लगभग एक मिनट तक आया और इससे कई इमारतें गिर गईं और कई मकानों की खिड़कियां टूट गईं। बता दें कि इस क्षेत्र में कई बार भूकंप आया है।

 
लेबनान और सीरिया में भी ढही इमारतें
हैबरटर्क टेलीविजन की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी कई इमारतें गिर गईं। हालांकि, हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके लेबनान और सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया के राज्य मीडिया ने बताया कि उत्तरी शहर अलेप्पो और मध्य शहर हमा में कुछ इमारतें ढह गईं।

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भूकंप के झटके दूर सीरिया तक महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि तुर्की और सीरिया में कई इमारतों को नुकसान पहुंचने की खबरें आई हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मानें तो भूकंप की वजह से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।

लेबनान और सीरिया में भी ढही इमारतें
हैबरटर्क टेलीविजन की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी कई इमारतें गिर गईं। हालांकि, हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके लेबनान और सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया के राज्य मीडिया ने बताया कि उत्तरी शहर अलेप्पो और मध्य शहर हमा में कुछ इमारतें ढह गईं।

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पिछले साल 50 लोग हुए थे घायल
इससे पहले नवंबर 2022 में तुर्की में भूकंप के झटके महसूस हुए थे। उस वक्त रिएक्टर स्केल पर तीव्रता 5.9 मापी गई थी। जिसकी वजह से करीब 50 लोग घायल हुए थे।
 
कैसे आता है भूकंप?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।

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भूकंप की तीव्रता 

रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं।
इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते।

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वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।
लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।