कुआलालंपुर में आयोजित आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद खालिद नोरदिन ने कहा कि 15 साल से संवाद, भरोसा और एकता ही आसियान की सबसे बड़ी ताकत रही है। उन्होंने साइबर हमलों, जलवायु संकट और गाजा मानवीय त्रासदी पर भी चिंता जताई।
By: Sandeep malviya
Nov 01, 20256:00 PM
कुआलालंपुर। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद खालिद नोरदिन ने क्षेत्रीय सहयोग और संवाद की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह वर्ष विशेष है क्योंकि एडीएमएम प्लस की स्थापना को 15 वर्ष पूरे हो गए हैं और यह इस बात का प्रमाण है कि संवाद भरोसे को मजबूत करता है और एकता ही आसियान की सबसे बड़ी रक्षा है।
वैश्विक चुनौतियों पर चिंता व्यक्त
नोरदिन ने कहा आज दुनिया ऐसी चुनौतियों का सामना कर रही है जो सीमाओं से परे हैं। साइबर हमलों से लेकर जलवायु परिवर्तन तक, खाद्य असुरक्षा से लेकर महामारी तक। साइबरस्पेस में शक्तिशाली गैर-राज्यीय तत्व समाजों को अस्थिर करने और सरकारों को चुनौती देने में सक्षम हो गए हैं। वहीं, जलवायु संकट और प्राकृतिक आपदाएं हर दिन हमारी सहनशीलता की परीक्षा ले रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवीय मूल्यों की रक्षा की अपील
मलेशियाई रक्षा मंत्री ने कहा कि हर देश, बड़ा या छोटा, अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता के उल्लंघन के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा हो। उन्होंने गाजा और फलस्तीन में जारी मानवीय संकट पर गहरी चिंता जताई। नोरदिन ने कहा भूख और अभाव को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जो अत्यंत निंदनीय है। मलेशिया सभी देशों, विशेषकर बड़ी शक्तियों से आग्रह करता है कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार अपने प्रभाव का प्रयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि मलेशिया अमेरिका की गाजा संघर्ष को समाप्त करने की व्यापक योजना का स्वागत करता है।