शी जिनपिंग से टकराव के बाद गायब हो गए थे अरबपति जैक मा, छह महीने से रह रहे टोक्यो में 

बीजिंग। कभी एशिया के सबसे अमीर शख्स रहे चीनी अरबपति और दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा के बारे में लंबे समय बाद एक बड़ी खबर सामने आई है। एकाधिकार-विरोधी नियमों का उल्लंघन करने पर चीनी सरकार के साथ तकरार के बाद जैक मा मुसीबत में थे और 2020 से ही एक लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहे हैं, तब से ही उनका कुछ पता भी नहीं था।

शी जिनपिंग से टकराव के बाद गायब हो गए थे अरबपति जैक मा, छह महीने से रह रहे टोक्यो में 

बीजिंग। कभी एशिया के सबसे अमीर शख्स रहे चीनी अरबपति और दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा के बारे में लंबे समय बाद एक बड़ी खबर सामने आई है। एकाधिकार-विरोधी नियमों का उल्लंघन करने पर चीनी सरकार के साथ तकरार के बाद जैक मा मुसीबत में थे और 2020 से ही एक लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहे हैं, तब से ही उनका कुछ पता भी नहीं था। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अरबपति जैक मा बीते छह महीनों से जापान की राजधानी टोक्यो में रह रहे हैं और बेहद लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहे हैं। 

बता दें, 2020 में चीन की जिनपिंग सरकार के साथ जैक मा की तकरार की खबरें सामने आई थीं। इसके बाद जैक मा की कंपनी पर अरबों डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। कुछ दिन बाद उनके लापता होने की खबरें भी सामने आई थीं। 

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परिवार के साथ रह रहे जैक मा
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैक मा टोक्यो के बाहर एक ग्रामीण इलाकों में हॉट स्प्रिंग्स और स्की रिसॉर्ट में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। इसके साथ ही वह अमेरिका व इस्राइल की यात्राएं भी कर रहे हैं। बता दें, 2020 में चीनी नियामकों की आलोचना के बाद जैक मा लंबे समय से लापता चल रहे थे। वह कभी-कभी ही कार्यक्रमों में नजर आते थे। 

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ब्याजखोर वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना की थी
चीनी सरकार के साथ तकरार से पहले जैक मा अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रमों में बतौर वक्ता मौजूद रहते थे और अपने मोटिवेशनल भाषणों के लिए भी युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने 2020 अक्तूबर में शंघाई में एक कार्यक्रम के दौरान चीन के ब्याजखोर वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना की थी।

जैक मा ने सरकार से आह्वान किया था कि सिस्टम में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि बिजनेस में नई चीजें शुरू करने के प्रयासों को दबाने नहीं जाए। इस भाषण के बाद चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी भड़क उठी। जैक मा की आलोचना को कम्युनिस्ट पार्टी पर हमले के रूप में लिया गया। इसके बाद जैक मा के बुरे दिन शुरू हो गए। 

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चीनी अधिकारियों ने दिया जैक मा झटका 
इसके बाद उनके कारोबार के खिलाफ तरह-तरह की जांच शुरू कर दी गईं। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर चीनी अधिकारियों ने जैक मा झटका देते हुए नवंबर, 2020 में उनके एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया।