अंधे कत्ल का खुलासा: लूटपाट का विरोध करने पर11 माह पहले हुई थी युवक की हत्या
मास्टर माइंड सेमत 4 बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम, Master Mind Semat 4 miscreants had committed the crime

रीवा। जिले के गोविंदगढ़ क्षेत्र में 11 माह पहले हुए युवक अंधे कत्ल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चार बदमाशों ने लूटपाट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने चारों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से तीन आरोपी रीवा जिले के रहने वाले है। जबकि मुख्य आरोपी मूलत: महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला है। हत्या के मुख्य आरोपी पर हत्या, हत्या के प्रयास और एटीएम फ्राड समेत डेढ़ दर्जन मामले दर्ज है।
जानकारी के मुताबिक गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में 2 मई 2021 को सतना जिले के रामनगर थाना क्षेत्र अरगढ निवासी अरविंद कुमार तिवारी की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार के हत्या कर दी थी। वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव बरामद कर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
कलेक्शन कर लौटते समय हुई थी हत्या
पुलिस को शुरूआती जांच में पता चला कि मृतक अरविंद कुमार तिवारी एक कपड़ा व्यापारी के यहां मुनीम का काम करता था। वारदात वाली रात वह अलग-अलग व्यापारियों के पास उधारी का कलेक्शन करने निकला था। तभी पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने लूट के इरादे से मुनीम को रोका और उससे पार्स व मोबाइल छीन लिए। विरोध करने पर आरोपियों ने उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद शव बरामद कर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लूट व हत्या का मामला दर्ज किया था।
तकनीकी जांच में मिला सूराग
गोविंदगढ़ थाना प्रभारी एसआई मृगेन्द्र सिंह ने बताया कि लूट व हत्या के गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। शुरूआत में तो हत्या के मामले में कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा। इस पर पुलिस अधीक्षक रीवा नवनीत भसीन व अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस टीम ने जांच को आगे बढ़ाते हुए तकनीकी पहलूओं को जांच में शामिल किया। पुलिस टीम ने वारदात वाली रात घटना स्थल के आसपास एक्टिव मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई और उनमें से संदिग्ध नंबरों पर काम करना शुरू किया।
गांजा के साथ पकड़ा था एक आरोपी
थाना प्रभारी ने बताया कि इन संदिग्ध नंबरों में से एक रीवा में एक्टिव मिला। पड़ताल करने पर 27-28 मार्च को एक संदिग्ध रिन्सू शुक्ला गांजा की तस्करी करने हुए चोरहटा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस पूछताछ में पहले तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती से की गई पूछताछ में उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर मुनीम अरविंद कुमार तिवारी की लूटपाट के दौरान विरोध करने पर हत्या करना कबूल कर लिया।
चारों आरोपी गिरफ्तार, दो बाइक बरामद
आरोपी रिन्सू शुक्ला की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी मुख्य आरोपी संस्कार पवार, सूरज प्रजापति और छोटू लोनिया को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सायबर सेल की मदद से आरोपी की लोकेशन के आधार पर ब्यौहारी में दबिश दी और फिर महाराष्टÑ के सांगली और पूणा में भी तलाश की गई। इसके बाद उसे इंदौर में एक रिश्तेदार के घर से 3 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया था। कल रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
संस्कार पवार है शातिर अपराधी
थाना प्रभारी ने बताया कि मुख्य आरोपी संस्कार पवार पर लूट, चोरी, हत्या, हत्या के प्रयास सहित एटीएम फ्रॉड आदि के 16 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह मूलत: महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला है। हत्या की वारदात के बाद आरोपी ने महाराष्टÑ के बाद इंदौर में फरारी काटी। उसके तीनों साथी भी पुराने अपराधी हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या की वारदात में इस्तेमाल दो बाइक, चाकू और पर्स बरामद किया है।
कपड़ा व्यापारी का मुनीम था मृतक
चर्चा है कि वारदात वाली रात कपड़ा व्यापारी का मुनीम अरविंद कुमार तिवारी विभिन्न प्रतिष्ठानों से बकाया राशि की वसूली कर घर लौट रहा था। तभी पहले से घात लगाकर बैठे अपराधियों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। इधर अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन घटना से जुड़े कुछ अन्य बिन्दुओं को लेकर अभी पूछताछ बाकी है, जिसके लिए आरोपियों को रिमांड में लिया गया है।