विस चुनाव को लेकर चर्चा और चकल्लस का दौर जारी, कौन जीतेगा-कौन हारेगा
मतगणना परिसर में बिना पास के किसी को भी प्रवेश न दिया जाए
सीहोर। सीहोर जिले की चारों विधानसभा में हुए मतदान की मतगणना 3 दिसम्बर को होगी। वहीं कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण सिंह ने मतगणना की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में बैठक आयोजित की। बैठक में उन्होंने रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए कि मतगणना प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निदेर्शों का पालन करें। मतगणना स्थल पर पर्याप्त बैरिकेडिंग के साथ ही सुरक्षा से संबंधित सभी तैयारियां समय पूर्व पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के किसी को भी प्रवेश न दिया जाए। पासधारी व्यक्तियों को भी गेट पर गहन तलाशी के बाद ही प्रवेश दिया जाए। प्रत्याशियों के एजेंट भी बिना पास के अंदर नहीं जाएंगे।
वहीं जिले की तीनों सीटों पर सभी दलों के प्रत्याशी और उनके समर्थक अभी भी किसको कितने वोट मिले इसका गणित लगा रहे है। लेकिन जीत-हार की गहमागहमी गांव से लेकर शहर और चौक चौराहों पर तेज हो गई है। कयास के आधार पर लोग अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रहे है। इसके पीछे कोई जातीय तो कोई दलीय समीकरण को जीत का रास्ता बता रहा है। यह अलग बात है कि अभी सेहरा किसके सिर बंधेगा? वहीं लाड़ली बहना भी दोनों दलों का गणित बिगाड़ रही है कि आखिर इनके वोट किस पार्टी को मिले। प्रत्याशियों ने इस बात का सर्वे भी कर लिया कि शहर और किस गांव से कितने लोगों ने हमें वोट दिया। स्थिति ऐसी है कि इछावर, आष्टा, सीहोर विस के प्रत्याशियों को न रात में नींद आ रही है न ही दिन में चैन। आखिर तीन दिसंबर को ही जीतने वाला प्रत्याशी सुकून के पल बिताएगा।
होटल, पान दुकान, सार्वजनिक चौक- चौराहों, चाय की टपरियों में अब पार्टियों के कार्यकर्ता के साथ-साथ चुनाव में दिलचस्पी रखने वाले लोग भी अपने-अपने आंकड़े बताकर जीत का दावा-प्रतिदावा कर रहे हैं. जीत-हार के दावों के बीच अब कोई शर्त लगाने की भी चुनौती दे रहा है. एक ओर कांग्रेस के समर्थक जीत के आंकड़े गिना रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी के समर्थक केंद्र सरकार की योजनाओं के बल पर जीत के लिए आश्वस्त हैं हालांकि सभी की जुबां पर चुनाव की चर्चा है. कौन जीतेगा, कौन हारेगा और कौन रहेगा दूसरे नम्बर पर, किसका दबदबा रहेगा तथा जीत-हार में कितना अंतर होगा. प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी तथा किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी वहीं राजनीतिक पंडित भी अपना गुणा-भाग कर चुनावों के परिणाम निकालने लगे हैं और जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा, इस पर भी हर घंटे लोगों के दावे बदलने लगे हैं. दूसरी ओर मतदाताओं की चुप्पी ने भी प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सीहोर में भाजपा प्रत्याशी सुदेश राय और कांग्रेस प्रत्याशी शशांक सक्सेना के साथ उनके समर्थक जोश में नजर आ रहे है। दोनों ही दलों के नेता रिकॉर्ड दलों से जीतने का दावा कर रहे हैं, तो वहीं यहीं स्थिति आष्टा और इछावर विस में भी दिखाई दे रही है। आष्टा विस में कांग्रेस और भाजपा से जुड़े नेता तो बता रहे है कि हमारे प्रत्याशी चुनाव जीत रहे है, वहीं मतदाता कह रहे है कि ऊंट किस करवट बैठ जाए यह तो तीन दिसंबर को ईवीएम ही बताएगी। वहीं मतदाता ने इस बार प्रत्याशियों के चेहरे देखकर भी अपना वोट दिया है।