आग: 6 साल का मासूम जिंदा जला, पौते को बचाने में दादा भी झुलसा
हादसे के वक्त माता-पिता काम पर गए थे, दादा के पास खेल रहे थे दो मासूम, At the time of the accident, the parents had gone to work, two innocent children were playing near the grandfather.

सतना। जिले के कोठी थाना में तीन दिन पहले हुए अग्निकांड की ही तरह आज सुबह बरौंधा के अर्जुनपुर गांव में भी एक हादसा हुआ है। यहां पर झोपड़ी में आग लगने से छह साल का मासूम जिन्दा जल गया। जबकि उसे बचाने दौड़ा दादा बुरी तरह झुलस गया है। तीन दिन के अंदर सतना में हुई एक ही तरह की यह दूसरी अग्नि दुर्घटना सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक जीवन लाल यादव बरौंधा थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव में अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ रहता था। आज सुबह लगभग साढ़े 7 बजे उसकी झोपड़ी में आग लग गई। झोपड़ी में लगी आग में जीवन लाल का 6 वर्षीय मासूम बेटा सोनू जिंदा जल गया। जिला अस्पताल लाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई। जबकि मासूम को बचाने के दौरान जीवन लाल का चाचा रामराज यादव (55) गंभीर रूप से झुलस गया।
घर पर नहीं थे माता-पिता, दादा के पास खेल रहे थे मासूम
जीवन लाल गांव गया था और उसकी पत्नी अपने बेटे सोनू और अजय को दादा रामराज यादव के पास छोड़ कर खेत में काम करने चली गई थी। अजय घर के बाहर दादा के पास खेल रहा था, जबकि सोनू झोपड़ी के अंदर था। अचानक अजय की नजर झोपड़ी में लगी आग पर पड़ी तो वह चिल्लाया। झोपड़ी के अंदर फंसे सोनू को बचाने दादा रामराज दौड़ा और आसपास रहने वाले भी आये, लोगों ने प्रयास किया लेकिन तब तक सोनू बुरी तरह आग में झुलस चुका था, उसे बचाने में दादा रामराज भी आग की चपेट में आकर झुलस गया। हादसे के तुरंत बाद परिजन दोनों को सतना जिला अस्पताल रवाना हुए लेकिन रास्ते मे ही सोनू ने दम तोड़ दिया।
आग लगाई गई या अचानक लगी, जांच शुरू
मृतक के पिता जीवन लाल ने बताया कि झोपड़ी के अंदर गाड़ी भी खड़ी थी, वहीं बड़ा बेटा भी था। आग झोपड़ी में लगी या किसी ने लगाई कुछ पता नही। जब छोटे बेटे ने आग देख कर शोर मचाया तो पानी लेकर आ रहे चाचा रामराज दौड़े। गांव वाले भी आ गए लेकिन आग विकराल हो चुकी थी। बता दें कि तीन दिन पहले कोठी थाना क्षेत्र के भैंसवार नयागांव में भी ऐसी ही एक अग्नि दुर्घटना हुई थी जिसमे पोता -पोती और दादी जिंदा जल गए थे।