वन मंत्री विजय शाह ने कहा- हमारा 'एकलव्य' कुछ न बन सका तो कम से कम अच्छा इंसान बनेगा

मंत्री ने 'फील गुड' अंदाज, नगड़िया बजाई, स्कूली बच्चों के साथ भोजन किया, Minister did 'feel good' style, played drums, had food with school children

वन मंत्री विजय शाह ने कहा- हमारा 'एकलव्य' कुछ न बन सका तो कम से कम अच्छा इंसान बनेगा

सतना। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह इन दिनों अपने प्रभार वाले जिले सतना के दौरे पर हैं। यहां पर उनका फील गुड अंदाज देखने को मिला। मंत्री ने नगड़िया बजाई फिर आदिवासी समाज के स्कूली बच्चों के साथ भोजन किया। उन्होंने कहा कि हमारा 'एकलव्य' कुछ न बन सका तो कम से कम अच्छा इंसान बनेगा। इस दौरान मंत्री ने बच्चों से अपने छात्र जीवन की बातों को भी साझा की। 

सतना जिले के मैहर स्थित एकलव्य विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे वन मंत्री विजय शाह ने मंडली के साथ संगत की। तबले के सामने बैठे मंत्री को किसी ने बजाने का इशारा किया, लेकिन उन्होंने तबला हटा कर नगड़िया बजानी शुरू कर दी। करीब 20 मिनट की इस संगत के बाद वह एकलव्य विद्यालय के किचन पहुंच गए। यहां पर उन्होंने स्कूली छात्र- छात्राओं के साथ भोजन किया। इस दौरान उन्होंने अपने छात्र जीवन की बातों को साझा किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि जब हम पढ़ते थे तो 2 रुपये में पहाड़ा मिलता था। मेरा तो ठीक था लेकिन जिनके पास नहीं होता था तो मैं दे देता था। मंत्री ने कहा कि हम जब पढ़ते थे तब इतने अच्छे विद्यालय नहीं थे। अब तो आप लोगों को सब सरकार दे रही है। खूब मन लगा कर पढ़ो।  

कम से कम अच्छा इंसान बनेगा 'एकलव्य': मंत्री
मीडिया से निरीक्षण के अनुभव बताते हुए मंत्री ने कहा कि जब मैं ट्राइबल मिनिस्टर था तब एकलव्य का पौधा रोपा था। आज उसे फलता फूलता देख मन प्रसन्न है। यहां के विद्यार्थी एक दिन आईएएस, आईपीएस और मंत्री बनेंगे। अगर ऐसा न हुआ तो कम से कम अच्छे इंसान बनेंगे। आज अच्छे इंसान की देश को जरूरत है।