अवंतिका एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में जनरल यात्रियों की भीड़ से नाराज यात्रियों ने तीन टीटीई को बनाया बंधक
इंदौर से मुंबई जा रही अवंतिका एक्सप्रेस में रविवार को स्लीपर कोच में सामान्य श्रेणी के लोगों की अत्यधिक भीड़ होने से अन्य यात्री भड़क गए। इस वजह से यात्रियों ने तीन टीटीई को बंधक बना लिया और जमकर हंगामा किया। ट्रेन के इंदौर से रवाना होने के बाद उज्जैन और रतलाम स्टेशन से सामान्य श्रेणी के यात्रियों की भीड़ स्लीपर कोच में बढ़ती गई, इससे आरक्षित कोच के यात्रियों में नाराजगी फैल गई और उन्होंने टीटीई को मदद के लिए बुलाया।

रतलाम। इंदौर से मुंबई जा रही अवंतिका एक्सप्रेस में रविवार को स्लीपर कोच में सामान्य श्रेणी के लोगों की अत्यधिक भीड़ होने से अन्य यात्री भड़क गए। इस वजह से यात्रियों ने तीन टीटीई को बंधक बना लिया और जमकर हंगामा किया। ट्रेन के इंदौर से रवाना होने के बाद उज्जैन और रतलाम स्टेशन से सामान्य श्रेणी के यात्रियों की भीड़ स्लीपर कोच में बढ़ती गई, इससे आरक्षित कोच के यात्रियों में नाराजगी फैल गई और उन्होंने टीटीई को मदद के लिए बुलाया।
कोई निराकरण नहीं होने पर यात्रियों ने टीटीई को कोच में ही रोक लिया और खुलकर नाराजगी जाहिर की। इनकी सहायता के लिए पहुंचे आरपीएफ के दो जवानों को भी यात्रियों ने उतरने नहीं दिया। टीटीई स्टाफ को बड़ौदरा में उतरना था, लेकिन यात्री उन्हें वलसाड स्टेशन तक ले गए। दरअसल, ट्रेन में टीटीई धीरज हार्डिया, सुनील मीणा व कंडक्टर लालूराम वर्मा की रतलाम मंडल के इंदौर से बड़ौदरा स्टेशन तक की वर्किंग थी।
स्लीपर कोच एस-8 में बड़ी संख्या में जनरल यात्री घुस आए
रतलाम निकलने के बाद ट्रेन के स्लीपर कोच एस-8 में बड़ी संख्या में जनरल यात्री घुस आए। इससे कोच में बैठे यात्रियों ने आपत्ति जताई। सुनवाई नहीं हुई तो यात्री ने चेन पुलिंग कर दी। इस पर टीटीई सुनील मीणा और धीरज हार्डिया ने यात्रियों को समझाया। बाद में दोनों टीटीई ने कंडक्टर लालूराम वर्मा को भी बुलाया।
इस दौरान यात्रियों से स्टाफ की कहासुनी के बाद जब हंगामा बढ़ा तो चेकिंग स्टाफ ने रतलाम सीएमआई कंट्रोल और आरपीएफ कंट्रोल को मैसेज किया। इस दौरान ट्रेन के भरूच स्टेशन पहुंचने पर 2 आरपीएफ जवान पहुंचे, लेकिन हंगामा देख वे कोच के बाहर से ही रवाना हो गए।
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50 यात्रियों ने तीनों टीटीई को ट्रेन से नहीं उतरने दिया
करीब 50 यात्रियों ने तीनों टीटीई को ट्रेन से उतरने नहीं दिया। भरुच में आए आरपीएफ व जीआरपी के जवानों को भी आक्रोशित यात्रियों ने कोच में बैठा लिया व उतरने नहीं दिया। ट्रेन के सूरत पहुंचने पर जीआरपी हमले ने आकर मामला संभाला। यात्रियों ने तीनों टीटीई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी कि इन्होंने जनरल कोच के यात्रियों को स्लीपर में बिठाया है। उसके बाद टीटीई को वलसाड स्टेशन पर उतरने दिया। वहां उतरकर टीटीई ने यात्रियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया।