सावन के पहले सोमवार पर भगवान महाकाल की भस्म आरती,  जानें पूजा विधि और शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं बेलपत्र 

आज सावन महीने का पहला सोमवार है। सावन के महीना का और इसमें पड़ने वाले हर एक सोमवार का विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखना और शिवजी की विशेष पूजा और अभिषेक करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इस बार सावन के महीने में कुल 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। सावन का यह महीना 31 अगस्त तक रहेगा।  हिंदू धर्म में

सावन के पहले सोमवार पर भगवान महाकाल की भस्म आरती,  जानें पूजा विधि और शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं बेलपत्र 

Sawan Somwar 2023 : आज सावन महीने का पहला सोमवार है। सावन के महीना का और इसमें पड़ने वाले हर एक सोमवार का विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखना और शिवजी की विशेष पूजा और अभिषेक करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इस बार सावन के महीने में कुल 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। सावन का यह महीना 31 अगस्त तक रहेगा।
 हिंदू धर्म में श्रावण का महीना बहुत महत्व रखता है। इस मास में भगवान शिव की आराधना का विशेष विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना साल का पांचवां माह है। वहीं, अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जुलाई-अगस्त में आता है। श्रावण मास में शिवलिंग पर बेल पत्र और जल चढ़ाना फलदायी माना गया है। शिव पुराण के अनुसार, जो जातक सावन माह में सोमवार का व्रत रखता है। महादेव उसकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।
 

शिवलिंग पर क्यों करते हैं जलाभिषेक
आज सावन का पहला सोमवार है और शिव मंदिरों में सुबह से ही भारी भीड़ है। शिवलिंग पर शिवभक्त जलाभिषेक करते हुए शिव की कृपा की कामना करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि शिवलिंग पर जलाभिषेक क्यों किया जाता है। दरअसल सावन के महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था जिसमें विष का घड़ा निकला था और इस विष के घड़े को न ही देवता लेना चाह रहे थे और न ही दानव। ऐसे में भगवान शिव ने इस विष का पान करके उसे अपने गले में धारण करके सृष्टि को बचाया था। विष के प्रभाव से भगवान शिव के शरीर का ताप बहुत ज्यादा हो गया था तब शिवजी के शरीर के ताप को कम करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने उन पर जल चढ़ाया था। इस कारण से शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा है। 
 

 काशी विश्वनाथ में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त

    सावन महीने के पहले सोमवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। 

 

  फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा
    जम्मू-कश्मीर में मौसम में सुधार होते ही बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई। चॉपर सेवा भी फिर से शुरू हो गई है।  

   उज्जैन में भगवान महाकाल की भस्म आरती

     श्रावण के पहले सोमवार के अवसर पर उज्जैन में भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई।  

 
 सावन 2023 सोमवार व्रत
   

  •  सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को रहेगा।
  •     सावन का दूसरा सोमवार 17 जुलाई को रहेगा। 
  •   सावन का तीसरा सोमवार 24 जुलाई को रहेगा। (अधिकमास)
  •     सावन का चौथा सोमवार 31 जुलाई को रहेगा। (अधिकमास)
  •     सावन का पांचवां सोमवार 7 अगस्त को रहेगा। (अधिकमास)
  •     सावन का छठा सोमवार 14 अगस्त हो रहेगा। (अधिकमास)
  •     सावन का सातवां सोमवार 21 अगस्त को रहेगा।
  •     सावन का आठवां सोमवार 28 अगस्त को रहेगा।
     

कब तक रहेगा सावन का महीना

इस साल सावन मास दो महीने का होगा। 4 जुलाई से शुरू हुआ और 31 अगस्त को तक रहेगा। श्रावण मास का अंतिम दिन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन भक्त विशेष अनुष्ठान करते हैं।


शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं बेलपत्र
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करना बहुत ही शुभ फलकारक होता है। दरअसल बेलपत्र स्वयं शिवजी के त्रिनेत्र का ही स्वरूप है क्योंकि भोलेभंडारी ने स्वयं ही कहा कि मेरे बाएं नेत्र में चंद्रमा, दाएं नेत्र में सूर्य और बीच में अग्नि का वास होता है। इस तरह से देख जाए तो शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से शिवजी के साथ-साथ सूर्य, चंद्रमा और अग्नि तीनों की एक साथ पूजा होती है। इसके अलावा एक मत यह भी है कि बिल्वपत्र की तीन पत्तियों को त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा कई लोग इसे त्रिशूल और भगवान शिव के तीन नेत्रों का प्रतीक भी मानते हैं।  


सावन का पहला सोमवार आज, जानिए पूजा विधि और शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं बेलपत्र
हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय सावन का महीना चल रहा है और आज सावन का पहला सोमवार है। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत ही प्रिय होता है। सावन के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना और मंत्रोचार किया जाता है। इस वर्ष सावन का महीना एक बजाय दो महीनों होगा जिसमें 58 दिनों तक शिव उपासना की जा सकती है। इस वर्ष सावन के महीने में कुल 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का दिन बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसी मान्यता है कि सोमवार का व्रत रखने से सभी तरह की मनोकामनाएं जरूर पूरी होती है। सावन सोमवार व्रत बहुत फलदायी और भगवान शिवजी की कृपा पाने के सबसे बड़ा माध्यम माना जाता है।