सीहोर जिला पंचायत चुनाव को लेकर जोड़-तोड़ जारी, निर्दलीयों को मिल रहा आफर

भोपाल। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद की कुर्सी हथियाने की जोड़ तोड़ शुरू हो गई है।  कुल 17 में से 7 पर कांग्रेस और सात 7 वार्डों पर भाजपा समर्थित उम्मीदवार विजयी हुए हैं। इनके अलावा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराकर वार्ड 6 से जीवन सिंह और वार्ड 11 से डॉ. सुरेश चुनाव जीते हैं, वार्ड नंबर 9 से प्रजातांत्रिक पार्टी के कमल सिंह चुनाव जीते हैं, निर्दलीय भाजपा को समर्थन दे सकते हैं।

सीहोर जिला पंचायत चुनाव को लेकर जोड़-तोड़ जारी, निर्दलीयों को मिल रहा आफर

भोपाल। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद की कुर्सी हथियाने की जोड़ तोड़ शुरू हो गई है।  कुल 17 में से 7 पर कांग्रेस और सात 7 वार्डों पर भाजपा समर्थित उम्मीदवार विजयी हुए हैं। इनके अलावा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराकर वार्ड 6 से जीवन सिंह और वार्ड 11 से डॉ. सुरेश चुनाव जीते हैं, वार्ड नंबर 9 से प्रजातांत्रिक पार्टी के कमल सिंह चुनाव जीते हैं, निर्दलीय भाजपा को समर्थन दे सकते हैं।

जिसकी वजह से भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। वहीं सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष की कुर्सी के लिए निर्दलीयों जिला पंचायत सदस्यों को अपने पाले में लाने के लिए आॅफर भी दिए जा रहे है। सूत्रों ने बताया कि  गोपाल सिंह इंजीनियर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के प्रबल दावेदार है। वहीं कांग्रेस की तरफ से शशांक सक्सेना के नाम की चर्चा है लेकिन इसका पता तो रिजल्ट के बाद ही पता चलेगा कि किस दल के नेता निर्दलीयों को अपने पाले में लाने में कामयाब हुए है। इधर प्रजातांत्रिक पार्टी के समर्थक राजेश का कहना है कि हमसे भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेता संपर्क में है। यदि भाजपा गोपाल सिंह इंजीनियर को प्रत्याशी बनाती है तो हम उन्हें समर्थन करेंगे। अन्यथा दावेदार को देखकर ही वोट करेंगे। 


भाजपा धनबल के प्रयोग पर चुनाव लड़ी: राजू राजपूत
जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत ने कहा कि कांग्रेस हमेशा लोकतंत्र के बूते चुनाव जीती है। वहीं भाजपा ने इस चुनाव में धनबल और प्रशासन का उपयोग किया है। कांग्रेस के सभी जिला पंचायत सदस्य अपने घर पर ही है। भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए भी निर्दलीयों को लालच देकर अपने पाले में करना चाह रही है। राजू राजपूत ने कहा कि भाजपा को प्रशासन का सपोर्ट मिल रहा है उन्होंने कहा कि प्रशासन किस प्रकार गड़बड़ी कर रहा है इसका आरोप वार्ड क्रमांक सात के प्रत्याशी ने लगाया है उन्होंने कहा कि जिस तरह जिला पंचायत निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रत्याशी को दिया था, विजय घोषित किया गया तथा विजय प्रमाण के चुनाव में वार्ड क्रमांक 7 से रामसभा पत्नी कैलाशचंद्र निवासी मुगली प्रत्याशी थी और इसी वार्ड से आठ अन्य प्रत्याशी भी थे। उक्त वार्ड में 77 मतदान केंद्र थे, जिसमें पोलिंग क्रमांक 116 ग्राम भैरुपुर से आवेदनकर्ता राम सभा बाई को 92 वोट मिले। सागर बाई को मात्र 10 वोट मिले थे।

जिसका प्रमाण पत्र निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रत्याशी को दिया था, लेकिन गणितीय त्रुटि के कारण टेबुलेशन में राम सभा पत्नी कैलाशचंद्र को 10 वोट उसके नाम के आगे लिखा गए जोकि दोषपूर्ण है। जिससे विजेता प्रत्याशी पराजित हो गई, जबकि उन्हें मतगणना का जो परिणाम दिया गया है, उसमें 92 मत मिलना दर्शाया गया है। वहीं अवंतिका फरेला बेदाखेडी जिसे 8657 मत मिले हैं, उसे विजेता घोषित किया गया तथा विजय प्रमाण पत्र भी दिया गया। जबकि रामसभा बाई को गलत वोट अंकित करने के कारण 8640 वोट मिलना बताया गया है, जबकि उक्त त्रुटि को सही किया जाए तो रामसभा कैलाशचंद्र को 8722 वोट प्राप्त होते है और वहीं विजय घोषित होना चाहिए। इस लापरवाही को दूर करने के लिए बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें सारणीकरण दुरुस्त कर रामसभा कैलाशचंद्र को जिसे 8722 मत प्राप्त होने के कारण विजय घोषित कर प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए।