तहसीलदार-पटवारी की भर्ती कर रेलवे निपटाएगा जमीनी विवाद

जबलपुर। रेलवे ने नई रेलवे लाइन बिछाने का काम जोर-शोर से शुरू कर दिया है, लेकिन इस काम में निजी और शासकीय जमीन का अधिग्रहण करने में मुश्किल आ रही है।

जबलपुर। रेलवे ने नई रेलवे लाइन बिछाने का काम जोर-शोर से शुरू कर दिया है, लेकिन इस काम में निजी और शासकीय जमीन का अधिग्रहण करने में मुश्किल आ रही है। इस वजह से कई रेल परियोजनाओं का काम धीमा हो गया है या फिर रूक गई हैं। अब इस समस्या का समाधान करने के लिए रेलवे, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी और आरआइ की भर्ती करने जा रहा है।

पश्चिम मध्य रेलवे ने जबलपुर, भोपाल और कोटा रेल मंडल में रेल पटरियों के विस्तार की अटकी परियोजनाओं को वापस पटरी पर लाने के लिए जल्द राज्य सरकार के राजस्व विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके तहसीलदार-पटवारी की संविदा आधार पर भर्ती करने जा रहा है। इसके लिए पमरे के पर्सनल विभाग ने राजस्व के साथ वन विभाग से सेवानिवृत्त हुए अधिकार-कर्मचारियों के आवेदन मांगे हैं। छह सितंबर से आवेदन मांगे हैं। भर्ती के बाद इन्हें रेलवे के भू अर्जन अधिकारी के नाम से जाना जाएगा।

पमरे के जबलपुर ही नहीं बल्कि भोपाल और कोटा रेल मंडल में इन दिनों एक दर्जन से ज्यादा रेल परियोजना को काम शुरू हो गया है या फिर होने जा रहा है। इनमें अधिकांश परियोजना किसान और आम लोगों की जमीन अधिग्रहण की वजह से अटकी पड़ी है। जिस जमीन पर रेलवे की नई पटरियां बिछाई जानी हैं, उसमें कई विवादित हैं तो कईयों पर अधिग्रहण के बाद मुआवजे को लेकर मुश्किल आ रही है। जबलपुर रेल मंडल में सतना, रीवा, पन्ना, छतरपुर, सिंगरौली में भी रेल लाइन विस्तार में जमीनी विवाद होने की वजह से काम धीमा चल रहा है। सतना से रीवा और सतना से छतरपुर में काम शुरू हो गया है, लेकिन कई जगहों पर जमीन विवाद के चलते रेलवे के इंजीनियर काम नहीं कर पा रहे। विवाद मारपीट और थाने तक पहुंच रहा है।

छह सितंबर से मांगे आवेदन
पश्चिम मध्य रेलवे के पर्सनल विभाग ने इन पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। पहले चरण में 10 पदों को भरा जाएगा। इसकी शुरूआत 6 सितंबर हो रही है। जोन ने राजस्व विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारी-कर्मचारियों से छह सिंतबर से आवेदन मांगे हैं। उन्हें आवेदन के साथ अपने कार्यअनुभव की जानकारी देने भी कहा गया है। इतना ही नहीं उन्हें नौकरी के दौरान खुद पर भ्रष्टाचार और अन्य कानूनी मामले न दर्ज होने का स्पष्टीकरण भी देना होगा। रेलवे ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि रेलवे के कार्य के दौरान उन पर यदि इस तरह के आरोप लगे तो उन्हें नोटिस देकर पद से हटा दिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने रेलवे की गोपनीयता को भंग न करने की भी सलाह दी है।

ऐसी होगी भर्ती
- पहले चरण में पमरे ने 10 पद भरेगा, इसके लिए छह सितंबर से पर्सनल विभाग में आवेदन देने कहा है।
- इनमें मुख्यतौर पर तहसीलदार-पटवारी के पद से रिटायर होने वाले ही आवेदन कर सकेंगे।
- इनमें राजस्व विभाग से रिटायर हुए लोगों के अंतिम वेतन को आधार बनाकर दिया जाएगा।
- इसके बाद उनके साक्षात्कार होंगे और फिर उनका पिछला अनुभव देखा जाएगा।
जबलपुर मंडल की इन परियोजनों में मिलेगी मदद
- जबलपुर-इंदौर नई रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण
- सतना-रीवा में विवादित जमीन को निपटाना
- कटनी-सिंगरौली-सीधी जमीन का विवाद निपटाना
- सतना-छतरपुर के बीच विवादित जमीन के मामले