दिलचस्प मोड़ में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव: दिग्गी ने आज खरीदा फार्म, कल करेंगे नामांकन
दिग्विजय सिंह के प्रस्तावक के तौर पर दिल्ली जाने विधायकों में हिना कांवरे, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, लाख सिंह यादव, आलोक चतुवेर्दी, आरिफ मसूद, कांतिलाल भूरिया, रामलाल मलवीय, सुरेंद्र सिंह बघेल, विपिन वानखेड़े, कमलेश्वर पटेल और डॉ. गोविंद सिंह के नाम शामिल है।

भोपाल। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सीएम बने रहने की चर्चा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अब दिलचस्प हो गया है। बता दें कि गहलोत का नाम इस रेस में सबसे आगे चल रहा था, लेकिन उनके राजस्थान में उनके समर्थित विधायकों द्वाराकी गई बगावत के बाद वह इस रेस से बाहर गए है। इस बात की पुष्टि गुरुवार को उन्होंने स्वयं कर दी है। उनके रेस से बाहर होने के बाद अब नए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। पर इसमें सबसे आगे नाम है मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का।
इतना नहीं, उन्होंने गुरुवार को इस पर मुहर लगाते हुए दिल्ली कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर वहां से अपना नामांकन फार्म भी ले लिया है और वह कल शुक्रवार को नामांकन दाखिल करेंगे। कल नामांकन का आखिरी दिन है। दिग्गी के नामांकन फार्म लेने के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें विधायकों के साथ दिल्ली जाने को कहा है। प्रस्तावक के तौर उनके साथ मप्र से 12 विधायक दिल्ली जाएंगे। वहीं गोविंद सिंह ने दिग्गी के अध्यक्ष बनने पर कहा कि उनका अध्यक्ष बनना अच्छा निर्णय होगा। वह कई पदों पर काम कर चुके हैं। उनके अनुभव का लाभ कांग्रेस को मिलेगा।
यह विधायक जाएंगे दिल्ली
दिग्विजय सिंह के प्रस्तावक के तौर पर दिल्ली जाने विधायकों में हिना कांवरे, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, लाख सिंह यादव, आलोक चतुवेर्दी, आरिफ मसूद, कांतिलाल भूरिया, रामलाल मलवीय, सुरेंद्र सिंह बघेल, विपिन वानखेड़े, कमलेश्वर पटेल और डॉ. गोविंद सिंह के नाम शामिल है। इन प्रस्तावकों के नाम गोविंद सिंह और कमलनाथ ने एआईसी को भेजे थे।
भाजपा ने कसा तंज
वहीं, बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के अध्यक्ष पद की रेस में शामिल होने पर तंज कसा। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह के नामांकन फॉर्म लेने पर कहा कि हम तो चाहते हैं कि वह अध्यक्ष बने। सारंग ने कहा कि उनके जहां-जहां पांव पड़े, वहां-वहां बंटाढार हुआ।
दिग्गी मप्र के 10 साल रहे हैं मुख्यमंत्री
दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के दस साल मुख्यमंत्री रहे। उनके पास कांग्रेस महासचिव रहते हुए कई राज्यों का प्रभार भी रहा। इनमें असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गोवा और बिहार शामिल हैं। इनमें कई जगह उनके समय सरकार बनी तो कहीं कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा। अभी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की प्लानिंग दिग्विजय सिंह ने ही की है। जिसे भारी समर्थन मिल रहा है।