रीवा पुलिस ने सुलझाया 8 महीने पुराना हत्या का मामला, 80 टुकड़ों में मिले थे नर कंकाल
रीवा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि आरोपियों ने बहन के साथ अनैतिक संबंध बनाने पर जीजा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद दोनों ने युवक की हत्या की बात कबूल कर ली है।
रीवा। रीवा जिले की पुलिस ने आठ महीने पुराने हत्या के मामले की उलझी गुत्थी को सुलझा लिया है। दरअसल पुलिस ने जिले के मऊगंज थाना क्षेत्र के जंगल में 80 टुकड़ों में मिले नरकंकाल के मामले को सुलझाया है। पुलिस ने आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी आपस में रिश्तेदार है। बता दें कि युवक नरकंकाल मऊगंज के जंगल में मिला था। इतना ही नहीं शव गलने की वजह से हड्डिया बाहर आ गई थीं और यह 80 हिस्सों में मिली थी। जिसके बाद आरोप पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। आखिकर पुलिस को सफलता मिल ही गई।
रीवा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि आरोपियों ने बहन के साथ अनैतिक संबंध बनाने पर जीजा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद दोनों ने युवक की हत्या की बात कबूल कर ली है। उन्होंने बताया कि विकास गिरी निवासी मऊगंज थाना क्षेत्र के सरैया गांव का रहने वाला था, लेकिन वह फरवरी महीने में अचानक घर से गायब हो गया। जिसकी परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी और अब इनको गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के नाम युनूस बख्स और सुल्तान मोहम्मद है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
युनूस की बहन से थे मृतक के अनैतिक संबंध
युनूस ने अपने बयान में बताया कि विकास उसकी बहन पर बुरी नजर रखता था। कई बार मना करने पर वह नहीं माना। उसकी बहन के साथ अनैतिक संबंध थे। ऐसे में वह अपने जीजा सुल्तान मोहम्मद के साथ मिलकर छुहिया ग्राम सरैया में लाठी-डंडे से हमलाकर विकास को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद शव को जंगल में फेंक दिया था। रीवा एसपी ने जानकारी दी कि विकास का शव करीब 4 महीने तक पड़ा रहने से गल गया था। हड्डियां जानवरों ने बिखेर दी होंगी। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद इस गुत्थी को सुलझाया है।
यह है पूरा मामला
पुलिस को जंगल में 5 सितंबर को नरकंकाल के टुकड़े मिले थे। रीवा पीएसपी नवनीत भसीन ने जानकारी दी कि विकास गिरी 31 वर्षा छुहिया निवासी ग्राम सरैया, मऊगंज थाना फरवरी में अपने मकान से अचानक भाग गया था। विकास के परिजन ने मउगंज थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 5 सितंबर को राहगीरों को 1 नरकंकाल मऊगंज क्षेत्र के छुहिया सरैया गांव से 3 किलोमीटर दूर दुधमनिया के जंगल मिला, जो 80 टुकड़ों में थे। राहगीरों ने मउगंज पुलिस को इसकी जानकारी दी थी। जानकारी पर पहुंची पुलिस को मौके पर 1 पैंट मिली। जेब में आधार कार्ड था। जिसके आधार पर पहचान की गई थी। तभी से पुलिस इसे मर्डर की घटना मानकर जांच कर रही थी। जांच के दौरान कई संदेहियों से जानकारी ली गई।