यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सैन्य जनरल को किया बर्खास्त
रूस और यूक्रेन का युद्ध एक वर्ष पूर्ण होने पर भी जारी है। रूस लगातार हमला कर रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को जॉइंट फोर्स के कमांडर मेजर जनरल एडवर्ड मिखाइलोविच मोसकालोव को बर्खास्त कर दिया है। मोसकालोव को बीते साल मार्च में लेफ्टिनेंट जनरल ओलेक्जेंडर पावलिक की जगह जॉइंट फोर्स का कमांडर नियुक्त किया था। लेफ्टिनेंट जनरल ओलेक्जेंडर पावलिक को कीव रीजनल मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेशन का प्रमुख बनाया गया था।

कीव। रूस और यूक्रेन का युद्ध एक वर्ष पूर्ण होने पर भी जारी है। रूस लगातार हमला कर रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को जॉइंट फोर्स के कमांडर मेजर जनरल एडवर्ड मिखाइलोविच मोसकालोव को बर्खास्त कर दिया है। मोसकालोव को बीते साल मार्च में लेफ्टिनेंट जनरल ओलेक्जेंडर पावलिक की जगह जॉइंट फोर्स का कमांडर नियुक्त किया था। लेफ्टिनेंट जनरल ओलेक्जेंडर पावलिक को कीव रीजनल मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेशन का प्रमुख बनाया गया था।
बर्खास्त करने की वजह का नहीं किया गया खुलासा
हालांकि, अभी तक मेजरल जनरल एडवर्ड मिखाइलोविच मोसकालोव को बर्खास्त करने की वजह का खुलासा नहीं किया गया है। बता दें कि हाल के समय में यूक्रेन की सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर कई बड़े बदलाव किए हैं।
बीते दिनों यूक्रेन की सरकार ने पूरे देश में भ्रष्टाचार विरोधी छापेमारी की थी। जिसके बाद कई शीर्ष अधिकारियों को पद से हटाया गया था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि मोसकालोव को भ्रष्टाचार के चलते बर्खास्त किया गया है या फिर किसी और कारण से।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने पहली बार किया यूक्रेन का दौरा
रूस के साथ जारी युद्ध के बीच सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहाद अल साऊद ने पहली बार यूक्रेन का दौरा किया। अपने दौरे में सऊदी अरब ने यूक्रेन को 400 मिलियन यूएस डॉलर की आर्थिक मदद देने का भी एलान किया।
इनमें से 100 मिलियन डॉलर की मदद मानवीय सहायता के लिए दी जाएगी और 300 मिलिनय डॉलर की आर्थिक मदद तेल उत्पादों में दी गई है। यूक्रेन की सरकार ने आर्थिक मदद के लिए सऊदी अरब सरकार को धन्यवाद दिया है।
चीन के शांति प्रस्ताव का जेलेंस्की ने किया स्वागत
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ जारी युद्ध के बीच चीन के शांति प्रस्ताव का स्वागत किया है, लेकिन ये भी कहा कि वह इस प्रस्ताव को तभी स्वीकार करेंगे, जब पुतिन अपने सभी सैनिकों को यूक्रेन की कब्जाई हुई धरती से वापस बुलाएंगे।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि चीन ने यह प्रस्ताव सही में शांति के लिए दिया है और वह उम्मीद करते हैं कि चीन रूस को हथियारों की सप्लाई भी नहीं कर रहा है।