उर्जाधानी से लेकर हीरानगरी तक, मनचाही पोस्टिंग पाने की जद्दोजहद, कथा-पाठ से लेकर खाकी और सत्ता की गठजोड़ तक की कहानी। सावन की हरियाली में सूखा अनुभव करते वो चेहरे जो कल तक सिस्टम पर राज कर रहे थे, आज किनारे हो गए हैं। ईमानदार अफसरों की तैनाती से क्यों टूट रही है खाकी की ललक, जानिए अमित सिंह सेंगर के तीखे विश्लेषण में।
By: Yogesh Patel
Jul 14, 20257 hours ago