अफ्रीकी देश नाइजर में सेना ने किया तख्तापलट का दावा, राष्ट्रपति बजौम को कैद करने की खबर, आने-जाने पर रोक

अफ्रीकी देश नाइजर में सेना ने तख्तापलट कर दिया है। नाइजन सेना ने ये दावा करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम की सरकार को उखाड़ फेंका है। उन्होंने राष्ट्रपति बजौम को कैद कर लिया है। यूएन-अमेरिका के हस्तक्षेप पर सैनिकों ने आपत्ति जताते हुए उन्हें धमकी दी है।

अफ्रीकी देश नाइजर में सेना ने किया तख्तापलट का दावा, राष्ट्रपति बजौम को कैद करने की खबर, आने-जाने पर रोक

नियामी। अफ्रीकी देश नाइजर में सेना ने तख्तापलट कर दिया है। नाइजन सेना ने ये दावा करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम की सरकार को उखाड़ फेंका है।

उन्होंने राष्ट्रपति बजौम को कैद कर लिया है। यूएन-अमेरिका के हस्तक्षेप पर सैनिकों ने आपत्ति जताते हुए उन्हें धमकी दी है। विदेशी मीडिया के अनुसार, नाइजर के राष्ट्रीय चैनल पर सैनिकों ने एलान किया है। कर्नल अमादौ अब्द्रमाने अपने साथी सैनिकों और अधिकारियों के साथ टीवी पर आए। उन्होंने टीवी पर बजौम की सरकार को पलट देने का एलान किया।

देश में आने-जाने पर लगी रोक 
 विदेशी रिपोर्ट के अनुसार, कर्नल ने टीवी पर लाइव आकर कहा कि देश की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था और खराब शासन के कारण हम राष्ट्रपति शासन को खत्म कर रहे हैं। नाइजर के बॉर्डर सील हैं। अब न तो कोई देश से बाहर जा सकता है और न ही बाहर से देश में प्रवेश कर सकता है। पूरे देश में कर्फ्यू है। सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।

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अमेरिका ने की मदद की पेशकश
तख्तापलट की जानकारी मिलते ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वे नाइजर के राष्ट्रपति की हर संभव मदद करेंगे। यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का भी कहना है कि उन्होंने राष्ट्रपति से बात की है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र की ओर से पूरा समर्थन देने की बात कही है। हालांकि, नाइजर सैनिकों ने इसपर आपत्ति जताई है। विदेशी हस्तक्षेप को लेकर नाइजर सेना ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।

 

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राष्ट्रपति को रिहा करने का अमेरिका का आह्वान
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने नाइजर की सत्ता पर कब्जा करने के लिए सेना की निंदा की है। मिलर ने कहा कि अमेरिका नाइजर को लेकर चिंतित है। राष्ट्रपति बजौम लोकतांत्रिक रूप से चुने गए थे, जिस वजह से हम उनका समर्थन करते हैं। वहीं, शक्ति के आधार पर संवैधानिक व्यवस्था पर हमला करने की हम निंदा करते हैं।

हम राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम की तत्काल रिहाई का आह्वान करते हैं। नाइजर की स्थिति पर हमारी करीब से नजर है। नियामी में स्थित अमेरिकी दूतावास के साथ हम लगातार संपर्क में हैं।