परांजपे ने कंपनी की 92वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों से कहा, इसके परिणामस्वरूप हमें धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलेगा...। उन्होंने कहा, अच्छे मानसून, मुद्रास्फीति में नरमी, ब्याज दर में कमी तथा कर राहत जैसे उपायों से कंपनी को अल्प से मध्यम अवधि में बाजार की स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
By: Prafull tiwari
Jun 30, 202512 hours ago
नयी दिल्ली। हिंदुस्तान यूनीलिवर लि. (एचयूएल) के चेयरमैन नितिन परांजपे ने दावा किया है कि अच्छे मानसून, महंगाई में नरमी, ब्याज दर में कमी तथा कर राहत जैसे उपायों से कंपनी को आने वाले समय में बाजार की स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
उन्होंने कंपनी की सालाना आम बैठक में कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पिछली कुछ तिमाहियों से वृद्धि जारी है और बेहतर उपज के साथ अच्छा प्रदर्शन आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि, शहरी इलाकों को भी पटरी पर आने की जरूरत है। इसमें कराधान में बदलाव के साथ-साथ महंगाई में नरमी जैसे कारकों से मदद मिलेगी। इससे लोगों की जेब में अधिक पैसा आएगा। साथ ही मौद्रिक नीति में कुछ बदलावों से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा और बाजार धारणा बेहतर होगी।
परांजपे ने कंपनी की 92वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों से कहा, इसके परिणामस्वरूप हमें धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलेगा...। उन्होंने कहा, अच्छे मानसून, मुद्रास्फीति में नरमी, ब्याज दर में कमी तथा कर राहत जैसे उपायों से कंपनी को अल्प से मध्यम अवधि में बाजार की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। परांजपे ने कहा, इसके साथ हमें विश्वास है कि निकट अवधि और मध्यम अवधि में, हमें बाजार की स्थितियों में सुधार देखने को मिलेगा। कई कारणों से बाजार की स्थितियों में सुधार हुआ है। वृहद आर्थिक स्थितियां बेहतर हो रही हैं। एचयूएल के चेयरमैन ने वित्त वर्ष 2024-25 को एक कठिन वर्ष बताया और कहा कि ग्रामीण वृद्धि में सुधार हो रहा है, लेकिन इसकी गति धीमी है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में वृद्धि पूरे वर्ष धीमी रही।
उन्होंने कहा, इसके परिणामस्वरूप, इस वर्ष मूल्य-आधारित वृद्धि नहीं हुई है। हालांकि, एचयूएल ने मात्रा-आधारित वृद्धि हासिल की। एचयूएल का कारोबार 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में दो प्रतिशत बढ़कर 60,680 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की धीमी वृद्धि के बारे में शेयरधारकों की ंिचताओं का जवाब देते हुए, परांजपे ने कहा, हम दो प्रतिशत की दर से वृद्धि हासिल नहीं करना चाहेंगे, लेकिन तथ्य यह है कि हमने अपनी प्रतिस्पर्धी क्षमता को मजबूत किया है। साथ ही हमने अपने कारोबार को मजबूत करने और क्षमताओं का निर्माण करने के लिए कदम उठाये हैं। यह वित्त वर्ष 2025-26 और उससे आगे के लिए हमारे लिए अच्छा संकेत है।