By: Sandeep malviya
Jun 02, 20255:45 PM
कराची। पाकिस्तान में अब मंदिरों की जमीनों को निशाना बनाया जा रहा है। सिंध प्रांत के शहर में एक मंदिर की छह एकड़ जमीन पर कब्जे के विरोध में हिंदू समुदाय के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। मूसा खातियान जिले के टांडो जाम शहर में महिलाओं और बच्चों सहित प्रदर्शनकारी पाकिस्तान दलित इत्तेहाद (पाकिस्तान द्रविड़ गठबंधन) के आह्वान पर सड़क पर उतरे। प्रदर्शन के दौरान हिंदू समुदाय के नेता सीतल मेघवार ने बताया कि कुछ लोगों ने मूसा खातियान में शिव मंदिर शिवाला की जमीन पर अवैध निर्माण शुरू कर दिया है। एक अन्य नेता राम सुंदर ने कहा कि मंदिर हमारे लिए पवित्र है और बिल्डरों ने मंदिर के आसपास की जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है, जिसमें समुदाय के लिए श्मशान घाट भी शामिल है। प्रदर्शनकारियों ने सिंध के प्रभावशाली काश्खेली समुदाय से संबंधित बिल्डरों के खिलाफ सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की टांडो जाम प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शन के साथ विरोध प्रदर्शन का समापन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बिल्डरों ने शिव मंदिर तक जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया है। पीडीआई के प्रमुख शिवा काछी ने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत देने के बावजूद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। जमीन हड़पने वालों के राजनीतिक प्रभाव के कारण पुलिस अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार और स्थानीय अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते हैं तो वे अगले चरण में हैदराबाद शहर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और न्याय के लिए अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
100 साल पुराना है मंदिर
सिंध प्रांत के टांडो जाम शहर के नजदीक बना मंदिर 100 साल पुराना है। शिव मंदिर और मंदिर के आसपास की करीब चार एकड़ जमीन का प्रबंधन एक समिति करती थी। मंदिर के पास ही हिंदुओं का अंतिम संस्कार स्थल भी है। यहां सालाना धार्मिक समारोह आयोजित किया जाता है। इलाके के हिंदू हर सोमवार को मंदिर में भजन गाते हैं।