By: Sandeep malviya
Jun 11, 20255:41 PM
ब्रसेल्स। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में जो टकराव हुआ, वह केवल दो पड़ोसी देशों के बीच संघर्ष नहीं था, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई थी और यही आतंकवाद एक दिन पश्चिमी देशों को भी नुकसान पहुंचाएगा। यह बात उन्होंने एक यूरोपीय समाचार वेबसाइट को बुधवार को दिए इंटरव्यू में कही। उन्होंने भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की भी पैरवी की और कहा कि भारत कुशल श्रमिक और चीन की तुलना में अधिक भरोसेमंद आर्थिक साझेदारी प्रदान करता है।
पाकिस्तान में खुद को सुरक्षित महसूस करता रहा बिन लादेन
जयशंकर ने कहा, 'मैं आपको कुछ याद दिलाना चाहता हूं, एक व्यक्ति था ओसामा बिन लादेन। सोचिए, वह आखिर क्यों पाकिस्तान के एक सैन्य कस्बे में उसकी सैन्य अकादमी के ठीक बगल में वर्षों तक खुद को महसूस करता रहा?' पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की ओर से शुरू किए गए आॅपरेशन सिंदूर के एक महीने के बाद जयशंकर यूरोप के दौरे पर हैं। उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में चार दिन तक चले संघर्ष के बारे में पूछा गया था।
पश्चिमी मीडिया की भी आलोचना की
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि दुनिया यह समझे कि यह केवल भारत-पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है। यह आतंकवाद से जुड़ा मुद्दा है और वहीं आतंकवाद एख दिन आप लोगों (पश्चिमी देशों) के लिए भी समस्या बन जाएगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि मीडिया ने 'आॅपरेशन सिंदूर' को केवल दो परमाणु संपन्न पड़ोसियों की प्रतिक्रिया के रूप में दिखाया, जबकि यह असल में आतंकवाद के खिलाफ एक कार्रवाई थी।