पाकिस्तान लाख कहे कि वह आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देता है, लेकिन गाहे-बगाहे कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है, जो इस बात का सबूत दे देता है कि पाकिस्तान की सरकार आतंकवाद को पोषित करती है और सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देती है। पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री भी कुछ ऐसा ही कह गई हैं।
By: Sandeep malviya
Jul 09, 20255:38 PM
इस्लामाबाद । पाकिस्तान आतंकियों की पनाहगाह है, ये बात पूरी दुनिया जानती होगी, लेकिन पाकिस्तान की सरकार और वहां के नेता अभी भी इसे मानने को तैयार नहीं हैं और लगातार इससे इनकार करते आए हैं। हालांकि गाहे-बगाहे पाकिस्तान का सच दुनिया के सामने आ ही जाता है और अब एक बार फिर पाकिस्तान बेनकाब हो गया है। दरअसल पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार एक इंटरव्यू के दौरान अपने ही बयान में फंस गईं और फिर कैमरे पर साफ झूठ बोलकर अपनी और अपने देश की फजीहत करा बैठीं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल न्यूज चैनल अल जजीरा के साथ बातचीत में हिना रब्बानी खार ने दावा किया कि आॅपरेशन सिंदूर के बाद भारत के हवाई हमले में मारे गए आतंकियों के जनाजे की नमाज पढ़ने वाला लश्कर आतंकी अब्दुल रऊफ आतंकी नहीं बल्कि आम आदमी है। इस पर इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने वो तस्वीर दिखाई, जिसमें लश्कर ए तैयबा का आतंकी और हाफिज सईद का करीबी अब्दुल रऊफ जनाजे की नमाज पढ़ रहा था और उसके पीछे पाकिस्तानी सेना और पुलिस के शीर्ष अधिकारी दिख रहे थे। पत्रकार ने हिना रब्बानी से कहा कि जो व्यक्ति नमाज पढ़ रहा है, वह अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी है। इस बारे में उनका क्या कहना है?
अपने ही दावे में फंस गईं हिना रब्बानी खार
इस पर पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा कि 'मैं पूरे दावे और अधिकार से कह रही हूं कि तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय रूप से घोषित आतंकी अब्दुल रऊफ नहीं बल्कि पाकिस्तान का आम व्यक्ति है और ऐसे अब्दुल रऊफ पाकिस्तान में लाखों हैं।' इस पर पत्रकार ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और पाकिस्तानी सेना ने उस व्यक्ति के आतंकी होने से इनकार नहीं किया था। साथ ही पाकिस्तानी सेना ने तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति की नेशनल आईडी भी साझा की थी, जो अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी की नेशनल आईडी से मेल खाती है। इस सवाल पर पाकिस्तानी नेता हिना रब्बानी खार के चेहरे का रंग उड़ गया। हालांकि उन्होंने संभलते हुए वहीं रटी-रटाई बात दोहराई और कहा कि तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति आम आदमी है और कोई आतंकी नहीं है।