पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के साथ सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट की। उनके प्रतिनिधियों के साथ भी बदसलूकी की गई। घटना का वीडियो सामने आया है। इससे पहले अफरीदी 1 28 नवंबर को रावलपिंडी की अडियाला जेल में इमरान से मिलने गए थे, तब भी पुलिस ने उनके साथ मारपीट की थी।
By: Arvind Mishra
Dec 27, 202512:44 PM
लाहौर। स्टार समाचार वेब
पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के साथ सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट की। उनके प्रतिनिधियों के साथ भी बदसलूकी की गई। घटना का वीडियो सामने आया है। इससे पहले अफरीदी 1 28 नवंबर को रावलपिंडी की अडियाला जेल में इमरान से मिलने गए थे, तब भी पुलिस ने उनके साथ मारपीट की थी। पुलिस ने उनके बाल खींचे और जमीन पर गिरा दिया था। इधर, अफरीदी ने बयान जारी कर कहा- कोई भी लोकतांत्रिक सरकार ऐसा काम नहीं करती है, यह सीधे-सीधे मार्शल लॉ जैसा व्यवहार है। पाकिस्तान में लोकतंत्र खतरे में है। बताया जा रहा है कि सीएम अफरीदी अपने प्रतिनिधियों के साथ पंजाब के विधानसभा में प्रवेश कर रहे थे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उनको रोकने की कोशिश की। हालांकि, इसी दौरान उनके साथी फतेह उल्लाह बुर्की बीच बचाव के लिए आते हैं। घटना के बाद खैबर पख्तूनख्वा के सीएम सोहेल अफरीदी ने एक बयान जारी किया है।
सीएम के प्रतिनिधि के साथ भी मारपीट
पहले सुरक्षाकर्मियों ने खैबर पख्तूनख्वा के सीएम सोहेल अफरीदी के साथ मारपीट की। इसके बाद बीच बचाव में आए अफरीदी के प्रतिनिधि बुर्की के साथ भी सुरक्षाकर्मियों ने बदसलूकी की। हालांकि, बाद में अन्य अधिकारियों के बचाव में आने के बाद बुर्की को छोड़ दिया गया।
इमरान खान की पार्टी के सीएम
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, इस दौरान किसी भी नेता को चोट नहीं आई है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के पंजाब में मुस्लिम लीग नून की सरकार है। नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज सीएम हैं। उधर, केपी के सीएम सोहेल अफरीदी हैं, जो इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ से हैं।
अफरीदी बोले-सांसदों के साथ भी बदसलूकी
घटना के बाद अफरीदी ने मीडिया से कहा-लाहौर में हमारे कार्यकर्ताओ के साथ बुरा व्यवहार और उत्पीड़न किया जा रहा है। पंजाब में एक नकली सरकार है, जो सिर्फ एक पार्टी को डराने और धमकाने में लगी है। उन्होंने बताया कि चक्री और मंडी बहाउद्दीन में हमारे कार्यकर्ताओं के रास्ते रोके गए। उनके वाहन रोक दिए गए। कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और सांसदों के साथ भी बदसलूकी हुई।