इंदौर में तेज बारिश से नदियों में तब्दील हो गईं सड़कें, भारी वर्षा के कारण कलेक्टर ने स्कूलों में घोषित किया अवकाश
मप्र के जिलों में भरी बारिश का दौर जारी है। इंदौर में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह तेज वर्षा का दौर जारी है। सुबह करीब पांच बजे हल्की बूंदाबांदी से शुरू हुआ वर्षा का दौर तेज बौछारों में बदल गया। तेज वर्षा के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया और सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं। सुबह साढ़े सात बजे तक वर्षा का दौर जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी दिनभर वर्षा का दौर जारी रहेगा।

इंदौर। मप्र के जिलों में भरी बारिश का दौर जारी है। इंदौर में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह तेज वर्षा का दौर जारी है। सुबह करीब पांच बजे हल्की बूंदाबांदी से शुरू हुआ वर्षा का दौर तेज बौछारों में बदल गया। तेज वर्षा के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया और सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं। सुबह साढ़े सात बजे तक वर्षा का दौर जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी दिनभर वर्षा का दौर जारी रहेगा।
इंदौर में भारी वर्षा को देखते हुए कलेक्टर डा. इलैया राजा टी ने सभी विद्यालयों में शुक्रवार 21 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया है। साथ ही स्कूल संचालकों को विद्यार्थियों की सुरक्षा के संबंध में एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
Read More: एक घंटे में 3 बार भूकंप के झटकों से से हिली राजस्थान की धरती, 4.5 दर्ज की गई तीव्रता
गुना, दमोह से होकर गुजर रही मानसून द्रोणिका
बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के पास कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून द्रोणिका भी गुना, दमोह से होकर गुजर रही है। इस वजह से नमी आने का क्रम बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार शुक्रवार से मानसून की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। विशेषकर इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में रुक-रुककर वर्षा का क्रम बना रहेगा।
उल्लेखनीय है कि इंदौर में गुरुवार सुबह तेज बौछारें गिरीं, जबकि दिनभर आसमान पर बादल छाए रहे। इंदौर एयरपोर्ट स्थित वेदर स्टेशन पर गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक 27.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। बीते 24 घंटे में शहर में 42.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। इंदौर शहर में अब तक 396.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हो चुकी है। उधर सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक मंडला में 37, उज्जैन में 18, रायसेन में 16, जबलपुर में 7.4, भोपाल में 3.9, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, दमोह, रायपुर से होकर ओडिशा में बने कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। विदर्भ और उससे लगी मध्य प्रदेश की सीमा पर विंडशियर जोन (विपरीत दिशा की पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं का टकराव) बना हुआ है। ईरान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ भी मौजूद है। इन तीन मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है।
इन जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना
पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। उधर, 24 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक नया चक्रवात बनने के संकेत मिले हैं।