By: Sandeep malviya
Jun 04, 20255:31 PM
तेहरान। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को परमाणु समझौते पर अमेरिका के प्रस्ताव की आलोचना की और कहा कि यह ईरान के विचार के पूरी तरह से खिलाफ है। खामेनेई ने हालांकि अमेरिका के साथ संभावित परमाणु समझौते की संभावना से इनकार भी नहीं किया। खामेनेई ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान को यूरेनियम संवर्धन की क्षमता बनाए रखने पर फोकस करना चाहिए।
ईरान का फोकस यूरेनियम संवर्धन क्षमता बनाए रखने पर
खामेनेई ने कहा कि 'अगर हमारे पास 100 परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं और हमारे पास संवर्धन की क्षमता नहीं है, तो वे सारे परमाणु ऊर्जा संयंत्र हमारे लिए बेकार हैं। अगर हमारे पास संवर्धन नहीं है, तो हमें अमेरिका के सामने हाथ फैलाना होगा।' गौरतलब है कि कई परमाणु शक्ति संपन्न देश अभी भी बाहरी देशों से संवर्धित यूरेनियम लेते हैं। ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते पर बात हो रही है और अभी तक दोनों देशों के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है। अमेरिका द्वारा ईरान को क्या प्रस्ताव दिया गया है, इसकी जानकारी भी सामने नहीं आई है। ईरान के साथ परमाणु समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकताओं में से एक है। समझौते के तहत अमेरिका, ईरान को कठोर आर्थिक प्रतिबंधों से राहत दे सकता है, जिसके बदले में ईरान को अपने यूरेनियम संवर्धन को समाप्त करना होगा। हालांकि समझौता न होने और दूसरी तरफ इस्राइल-हमास युद्ध के चलते पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ा हुआ है। वहीं प्रतिबंधों से दबाव में चल रही ईरान की अर्थव्यवस्था में और गिरावट आ सकती है और इसके चलते घरेलू स्तर पर चुनौतियां बढ़ सकती हैं। समझौता न होने की स्थिति में हालात और बिगड़ सकते हैं।