आगामी समय में महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर अभी से सियासत शुरू हो गई है। इस बीच आईआईटी बॉम्बे का नाम सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के एक बयान पर तीखी टिप्पणी करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
By: Arvind Mishra
Nov 26, 202511:18 AM
मुंबई। स्टार समाचार वेब
आगामी समय में महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर अभी से सियासत शुरू हो गई है। इस बीच आईआईटी बॉम्बे का नाम सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के एक बयान पर तीखी टिप्पणी करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। ठाकरे ने कहा- जितेंद्र सिंह का बयान सरकार की सोच दिखाता है। मनसे प्रमुख ने एक्स पर साझा एक पोस्ट में कहा- मुंबई, जो हमेशा से मराठी लोगों का रहा है, उसे महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश को मराठी नेताओं और जनता ने नाकाम कर दिया। हमारी मराठी मुंबई-महाराष्ट्र में ही रही। दशकों से इनके पेट में जो कड़वाहट भरी हुई थी, वह अब एक बार फिर बाहर निकलने लगी है। मुंबई के लोगों और पूरे मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में रहने वाले सभी मराठी लोगों को अब अपनी आंखें खोल लेनी चाहिए। मुंबई नाम उन्हें (सत्तारूढ़ सरकार को) परेशान करता है, क्योंकि इसका नाम मुंबई की असली देवी मुंबादेवी के नाम पर रखा गया है। उनके बच्चे मराठी लोग हैं, जो पीढ़ियों से यहां रह रहे हैं।
मराठी लोगों को जाग जाना चाहिए
राज ठाकरे ने कहा- केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ को पंजाब के नियंत्रण से छीनने की कोशिश की, लेकिन बाकी सभी पार्टियों के विरोध के बाद सरकार पीछे हट गई। मुंबई के मामले में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। शहर पर चुपचाप कब्जा करने की कोशिश जरूर चल रही है। पहले मुंबई, और फिर पूरे एमएमआर इलाके पर कब्जा करके उसे गुजरात से जोड़ दिया जाएगा। मराठी लोगों को जाग जाना चाहिए।
भगवान का शुक्र है...
गौरतलब है कि केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने दो दिन पूर्व आईआईटी बॉम्बे में आयोजित एक समारोह के दौरान कहा था-जहां तक आईआईटी बॉम्बे की बात है, भगवान का शुक्र है कि इसका नाम अभी भी यही है। आपने इसे बदलकर मुंबई नहीं किया है। यह आपकी एक और तारीफ है और मद्रास की भी क्योंकि वह भी आईआईटी मद्रास ही रहेगा।