अमेरिकी सांसद जीन शाहीन ने कहा कि रूस से तेल खरीदने पर ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत को धमकाना गलत है और इससे भारत व पीएम मोदी के साथ वर्षों में बने संबंधों को नुकसान पहुंचा है।
By: Sandeep malviya
Sep 10, 2025just now
वॉशिंगटन। अमेरिकी सांसद जीन शाहीन ने कहा कि रूस से तेल खरीदने पर ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत को धमकाना गलत है और इससे भारत व पीएम मोदी के साथ वर्षों में बने संबंधों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अमेरिका की विदेश नीति में दोहरे मापदंड पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत को टैरिफ से निशाना बनाया गया, जबकि चीन के खिलाफ नरमी बरती गई। अमेरिका की एक प्रभावशाली सांसद ने बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की आलोचना की। उन्होंने कहा कि रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत को धमकाना गलत है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्षों की मेहनत से बनाए गए संबंधों को कुछ ही महीनों में खत्म कर दिया गया।
डेमोक्रेटिक पार्टी की सीनेटर जीन शाहीन ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब भारत और अमेरिका के संबंधों में गिरावट आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामानों पर टैरिफ (शुल्क) बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है, जिसमें रूस से कच्चा तेल खरीदने के चलते 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी शामिल है। सीनेटर शाहीन ने वॉशिंगटन में 'काउंसिल आॅन फॉरेन रिलेशंस' में कहा, मेरे हिसाब से विदेश नीति का मकसद हमेशा अमेरिका के हितों को आगे बढ़ाना होना चाहिए, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों ने ऐसा नहीं किया। इसके विपरीत, उन्होंने वह सब खत्म दिया है जो अमेरिका ने छह दशकों में दुनिया में सम्मान और प्रभाव से हासिल किया था। जब शाहीन से पूछा गया कि क्या चीन पर भी भारत की तरह 50 फीसदी का टैरिफ लगाया जाना चाहिए, तो उन्होंने कहा, हां, मुझे ऐसा लगता है। उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रपति ने चीन पर सख्त टैरिफ इसलिए नहीं लगाए क्योंकि जब उन्होंने पहले चीन पर टैरिफ की बात की थी, तो चीन ने जवाब दिया था- ठीक है, आप टैरिफ लगाइए, हम आपको दुर्लभ खनिज (रेअर अर्थ मिनरल्स) और दूसरी चीजें देना बंद कर देंगे जिनको लेकर आप हम पर निर्भर हैं।