दक्षिण कोरिया के हटाए गए राष्ट्रपति यून सुक योल पर नए आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने 2023 में डूबकर मरे मरीन जवान की जांच रिपोर्ट को बदलवाने की कोशिश की।
By: Sandeep malviya
Nov 21, 20256:03 PM
सियोल। दक्षिण कोरिया के हटाए गए राष्ट्रपति यून सुक योल पर नए आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने 2023 में डूबकर मरे मरीन जवान की जांच रिपोर्ट को बदलवाने की कोशिश की। स्वतंत्र सलाहकारों के मुताबिक, यून और शीर्ष अधिकारियों ने दोषियों की सूची में शामिल डिविजन कमांडर का नाम हटाने के लिए दबाव डाला।
दक्षिण कोरिया के हटाए गए राष्ट्रपति यून सुक योल एक बार फिर गंभीर कानूनी संकट में घिर गए हैं। शुक्रवार को अभियोजन पक्ष ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2023 में बाढ़ राहत अभियान के दौरान डूबकर मारे गए मरीन जवान चाए सु-ग्यून की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की। यह मामला यून के खिलाफ चल रहे कई आपराधिक मामलों में एक और बड़ा जोड़ है, जिसने देश की राजनीति में उथल-पुथल मचा रखी है।
अधिकारियों के अनुसार, यून और उनके कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने मरीन कॉर्प्स की शुरूआती जांच रिपोर्ट को बदलवाने का दबाव डाला। इस रिपोर्ट में एक डिविजन कमांडर सहित आठ लोगों को जवान की मौत का जिम्मेदार बताया गया था। लेकिन यून ने कमांडर का नाम शामिल करने पर नाराजगी जताई और रिपोर्ट को संशोधित करने का निर्देश दिया। बाद में स्वतंत्र सलाहकार ने इस कार्रवाई को सत्ता के दुरुपयोग की श्रेणी में रखा।
जांच रिपोर्ट में बदलाव का आरोप
स्वतंत्र सलाहकार चुंग मिन-यॉन्ग के अनुसार, राष्ट्रपति कार्यालय और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने मरीन कॉर्प्स पर दबाव बनाया कि रिपोर्ट से डिविजन कमांडर का नाम हटाया जाए। हालांकि, जांच दल के प्रमुख पार्क जंग-हुन ने इस दबाव को मानने से इनकार किया और मूल रिपोर्ट पुलिस को भेज दी। इसके बाद यून ने आदेश दिया कि पुलिस से रिपोर्ट वापस ली जाए और पार्क के खिलाफ अवज्ञा का मामला चलाया जाए।
जांच अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई
सलाहकार चुंग का कहना है कि पार्क की जांच कानूनी प्रक्रिया और सिद्धांतों के अनुरूप थी, लेकिन यून और अन्य आरोपित अधिकारियों ने ह्लसंगठित तरीके सेह्व अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। उनका कहना है कि इस हस्तक्षेप ने मरीन कॉर्प्स की जांच टीम की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को गंभीर रूप से प्रभावित किया। इस मामले ने सेना के भीतर निर्णय लेने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यून के खिलाफ पुराने मामले भी जारी
यून पहले से ही विद्रोह रचने के आरोप में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। उन पर दिसंबर 2023 में मार्शल लॉ लगाने और राजनीतिक उथल-पुथल पैदा करने का आरोप है। यह मुकदमा अभी जारी है और इसका फैसला अगले वर्ष आने की संभावना है। यदि आरोप साबित होते हैं, तो उन्हें आजीवन कारावास या मृत्युदंड जैसी कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है। यून इस समय जेल में हैं और उन्होंने हालिया आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इस महीने की शुरूआत में यून पर एक और मामला दर्ज हुआ था, जिसमें आरोप था कि उन्होंने उत्तर कोरिया के ऊपर ड्रोन उड़ाने का आदेश दिया ताकि सैन्य तनाव बढ़े और मार्शल लॉ लगाने के लिए माहौल तैयार किया जा सके। अब मरीन जवान की मौत की जांच में हस्तक्षेप का नया आरोपपत्र उनके कानूनी संकट को और गहरा कर रहा है। स्वतंत्र जांच दल के अनुसार, यह पूरा घटनाक्रम राज्य सत्ता के दुरुपयोग का संगठित उदाहरण है।