भोपाल के मिसरोद स्थित कैफे में मंगलवार शाम हुई तोड़फोड़ की घटना आपसी रंजिश का परिणाम मानी जा रही है। 20 से अधिक हथियारों से लैस नकाबपोश हमलावरों ने चंद पलों में कैफे में घुसकर जमकर उत्पात मचाया और भाग निकले। पुलिस ने तीन संदिग्धों को नामजद कर जांच तेज कर दी है और हमलावरों की तलाश में तीन थानों की टीमें लगाई गई हैं।
By: Ajay Tiwari
Nov 19, 20254:29 PM
हाइलाइट्स
भोपाल. स्टार समाचार वेब
भोपाल शहर के मिसरोद इलाके में मंगलवार शाम एक कैफे में हुई भारी तोड़फोड़ की घटना आपसी रंजिश का परिणाम लग रही है। इस मामले में हथियारों से लैस होकर कैफे में घुसे 20 से अधिक नकाबपोश हमलावरों की तलाश में पुलिस ने तीन थानों—मिसरोद, बागसेवनिया और कटारा हिल्स की विशेष टीमों को तैनात किया है।
यह पूरी वारदात कैफे में लगे सीसीटीवी कैमरों में साफ तौर पर कैद हो गई है। फुटेज में देखा जा सकता है कि 20 से भी ज्यादा युवक कुछ ही मिनटों में कैफे में घुसकर बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ करते हैं और फिर तुरंत मौके से फरार हो जाते हैं।
मिसरोद थाना प्रभारी संदीप पवार ने घटना की प्रारंभिक जांच के बाद पुष्टि की है कि हमलावरों का मकसद लूटपाट करना नहीं था। उन्होंने बताया, "हमलावर सीधे कैफे में दाखिल हुए, जमकर तोड़फोड़ की और भाग निकले। कैफे से किसी भी सामान की चोरी नहीं हुई है, न ही स्टाफ के साथ मारपीट या धमकी देने का कोई मामला सामने आया है।" इन तथ्यों के आधार पर पुलिस इस घटना को आपसी रंजिश या पुराने विवाद का नतीजा मानकर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।
कैफे संचालक सक्षम गिरि ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत (एफआईआर) में तीन युवकों—योगीराज, निखिल और अभिषेक—को संदिग्धों के रूप में नामजद कराया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इनमें से दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है और उनसे गहन पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि, कैफे संचालक ने अब तक रंजिश के पीछे के स्पष्ट कारणों का खुलासा नहीं किया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों ने अपने चेहरे पूरी तरह से बांध रखे थे, जिससे उनकी तत्काल पहचान करने में कुछ मुश्किल आ रही है। फिर भी, पुलिस टीमों को घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। तीनों थाना क्षेत्रों की टीमें इन सुरागों के आधार पर काम कर रही हैं। पुलिस को भरोसा है कि जल्द ही सभी हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।