देवास के टोंकखुर्द जनपद पंचायत के सीईओ राजेश सोनी को लोकायुक्त उज्जैन ने 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह का तबादला करने के बदले रिश्वत मांगी गई थी। टीम में सात से अधिक अधिकारी कर्मचारी शामिल थे।
By: Arvind Mishra
देवास। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। अब तो उच्च पदों पर बैठे अफसर भी रंगे हाथ पकड़े जा रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि घूसखोरों का नेटवर्क कितना फैला हुआ है। दरअसल, देवास जिला मुख्यालय से 28 किमी दूर स्थित टोंकखुर्द अनुभाग में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सोनी को लोकायुक्त की उज्जैन टीम ने शुक्रवार सुबह रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। टीम में सात से अधिक अधिकारी कर्मचारी शामिल थे। सीईओ ने ग्राम रोजगार सहायक से तबादला करने के बदले 20 हजार रुपए डिमांड की थी।
पीड़ित कृष्णपाल सिंह ग्राम रोजगार सहायक निवासी सोनसर तहसील टोंकखुर्द ने एसपी लोकायुक्त उज्जैन आनंद यादव के समक्ष उपस्थित होकर 29 सितंबर को शिकायती आवेदन देते हुए गुहार लगाई थी कि जनपद के सीईओ राजेश सोनी मेरा ग्राम पंचायत नावदा में तबादला करने के बदले में 20000 रुपए रिश्वत मांग रहे हैं।
जहां मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी लोकायुक्त ने शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त निरीक्षक दीपक सेजवार से कराया गया। सत्यापन में शिकायत सत्य पाई जाने पर शुक्रवार को सुबह-सुबह आवेदक से सीईओ राजेश सोनी को 20000 रिश्वत की लेते हुए जनपद कार्यालय टोंकखुर्द में रंगे हाथ पकड़ लिया।