मांगलिक दोष (Manglik Dosh) के पीछे का सच जानें। क्या मंगल दोष से शादी में बाधा आती है या जान का खतरा होता है? 50% लोग होते हैं मांगलिक। यह केवल एक मानसिक अवरोध है, कोई गंभीर समस्या नहीं।
By: Ajay Tiwari
Nov 23, 20254:47 PM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
क्या आप मांगलिक हैं? अगर आपकी कुंडली के पहले, दूसरे, चौथे, सातवें, आठवें, या बारहवें घर में मंगल ग्रह विराजमान है, तो आपको मांगलिक माना जाता है। यह स्थिति अक्सर लोगों में शादी में बाधाएं, अत्यधिक गुस्सा और रिश्तों में तनाव पैदा करने का डर पैदा करती है। लेकिन, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इस डर की वास्तविकता क्या है?
मंगल का आतंक: मंगल को एक अग्नि जैसा और क्रोध का कारक ग्रह माना जाता है, जिससे लोगों के मन में इसका डर बैठ गया है। दिलचस्प बात यह है कि वैदिक शास्त्रों में मांगलिक दोष का सीधे तौर पर कोई उल्लेख नहीं था, यह भय बाद में समाज में विकसित हुआ।
मौत का खतरा (मांगलिक = मृत्यु): यह सबसे बड़ा मिथक है। कुंडली का आठवां भाव 'मौत' को दर्शाता है और काल पुरुष कुंडली में वृश्चिक (आठवां घर) का स्वामी मंगल है। यहीं से यह अफवाह फैली कि मांगलिक व्यक्ति से शादी करने पर जीवनसाथी को जान का खतरा रहता है। यह दावा पूरी तरह से निराधार और अफवाह है!
शारीरिक ऊर्जा का रहस्य: मांगलिक लोगों में उच्च शारीरिक और यौन ऊर्जा (लिबिडो) अधिक होती है। पुराने समय में, गर्भनिरोधक और उचित स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में, बार-बार गर्भधारण से महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता था। इसी वजह से मांगलिक होने का भय और अधिक बढ़ गया।
सामान्य स्थिति: मांगलिक होना एक सामान्य ज्योतिषीय स्थिति है। चूँकि 12 में से 5 घर मांगलिक दोष बनाते हैं, इसका मतलब है कि लगभग 50 प्रतिशत लोग मांगलिक होते हैं। आप इस मामले में अकेले नहीं हैं।
सकारात्मक गुण: मांगलिक लोग अत्यधिक महत्वाकांक्षी, भावुक, उच्च ऊर्जा और प्रेरणा से भरे व्यक्तित्व के होते हैं।
मानसिक अवरोध: ज्योतिष के अनुसार, मांगलिक दोष ग्रहों की समस्या से ज्यादा एक मानसिक अवरोध है। अगर आपको बार-बार कहा जाए कि आप अभागे हैं, तो आप इस पर विश्वास करने लगेंगे।
समाधान: किसी पेड़ से शादी करने (कुंभ विवाह) जैसे पुराने रीति-रिवाजों की जरूरत नहीं है। मांगलिक दोष को खत्म करने के लिए दो मांगलिकों की शादी भी कोई गारंटी नहीं देती। खुशहाल शादी के लिए 36 गुण मिलना भी पर्याप्त नहीं है। असली समाधान अपनी ताकत और कमजोरियों को समझकर खुद पर काम करने में है।
मांगलिक दोष को लेकर अपने मन में कोई मानसिक अवरोध पैदा न करें, यह आपकी सफलता और खुशी को प्रभावित कर सकता है।