मध्य प्रदेश कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में। राहुल गांधी के 'संगठन सृजन अभियान' के तहत अगस्त में हो सकती है घोषणा। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन और दिल्ली में 'वन-टू-वन' इंटरव्यू के बाद होगा अंतिम चयन।
By: Star News
Jul 15, 20251 hour ago
भोपाल: स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में कांग्रेस जिलाध्यक्षों की घोषणा करने से पहले थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराएगी और दिल्ली में 'वन-टू-वन' इंटरव्यू लेगी। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को इस पैमाने पर कसने का फैसला लिया गया है। माना जा रहा है अगले माह अगस्त में पार्टी अपने जिला प्रमुखों का ऐलान करेगी।
प्रदेश कांग्रेस में राहुल गांधी के 'संगठन सृजन अभियान' के तहत मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया तेजी से चल रही है। राज्य के जिला और शहर अध्यक्षों के चयन के लिए दूसरे दौर का सर्वे पूरा हो चुका है, और सभी केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को सौंप दी है।
5-5 नामों का पैनल तैयार
केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने प्रदेश के 60 संगठनात्मक जिलों में सर्वे पूरा कर जून में ही अपनी पहली रिपोर्ट हाइकमान को सौंप दी थी। रिपोर्ट के अध्ययन के बाद, पार्टी ने पर्यवेक्षकों को दोबारा जिलों में जाकर सर्वे करने के निर्देश दिए थे, और यह दूसरी रिपोर्ट भी अब पार्टी को सौंपी जा चुकी है। एआईसीसी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों से भी रिपोर्ट मांगी थी, जो उसे मिल चुकी है। हर जिले की सर्वे रिपोर्ट में 5-5 नामों का एक पैनल तैयार किया गया है, और इन्हीं पैनल में से जिला व शहर अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की जाएगी।
गुजरात की तर्ज पर 'अभियान'
बता दे मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए गुजरात मॉडल की तर्ज पर 'संगठन सृजन अभियान' की शुरुआत की गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तीन जून को भोपाल में इस अभियान का शुभारंभ किया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सर्वे के आधार पर ऐसे कांग्रेस नेताओं को जिला व शहर अध्यक्ष की कमान सौंपना है जो पार्टी के प्रति समर्पित, सक्रिय और ऊर्जावान हों। कांग्रेस ने गुजरात में जून में ही 40 जिला एवं शहर कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्तियां कर दी हैं।
अगस्त में नामों का ऐलान
एआईसीसी और पीसीसी द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर ने जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर अपनी रिपोर्ट एआईसीसी को सौंप दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगे की प्रक्रिया में थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन होगा, जिसके बाद प्रत्येक जिले से चयनित दो लोगों का दिल्ली में वन-टू-वन इंटरव्यू किया जाएगा। अगस्त तक अंतिम घोषणा कर दी जाएगी।
डॉ. संजय कामले, संगठन प्रभारी मप्र