मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मऊगंज जिले के बहुती जलप्रपात का अवलोकन किया, जिसे 10 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जानें इस 650 फीट ऊंचे जलप्रपात के बारे में और क्यों यह पर्यटकों के लिए एक खास जगह है।
By: Ajay Tiwari
Sep 07, 202515 hours ago
मऊगंज. स्टार समाचार वेब
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मऊगंज जिले का दौरा किया और मध्य प्रदेश के सबसे ऊंचे बहुती जलप्रपात का अवलोकन किया। उन्होंने व्यू पॉइंट से प्रपात की दूधिया जलधारा और उस पर बनने वाले इंद्रधनुष को देखा, जो इस प्राकृतिक सौंदर्य को और भी मनमोहक बना देता है।
मुख्यमंत्री के बहुती पहुंचने पर उनका पारंपरिक बघेली और अहिरहाई लोकनृत्य के साथ भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने गौमाता का पूजन भी किया और गौसेवक सौखीलाल यादव से मुलाकात की, जिन्हें जंगल की गायों को एक आवाज़ में बुलाने की कला के लिए जाना जाता है।
पर्यटक स्थल के रूप में होगा विकास
इस दौरान कलेक्टर संजय जैन ने बताया कि बहुती जलप्रपात को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 10 करोड़ रुपए की कार्ययोजना प्रस्तावित की गई है। इस योजना के तहत, प्रपात के ऊपरी हिस्से में एक स्टॉप डैम का निर्माण किया जाएगा, जिससे यह जलप्रपात साल भर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहेगा।
बहुती जलप्रपात: मध्य प्रदेश का गौरव
रीवा से लगभग 75 किलोमीटर दूर स्थित बहुती जलप्रपात, विंध्य क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है। सेलर नदी यहां 650 फीट की ऊंचाई से दो धाराओं में गिरती है, जो एक खूबसूरत कुंड बनाती है। जुलाई से सितंबर के बीच यह अपनी पूरी भव्यता में होता है। यहां के आसपास घने जंगल और अष्टभुजा देवी का एक प्रसिद्ध मंदिर भी है।