मालेगांव ब्लास्ट केस में बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पहुंचीं। जानें इस भावुक मुलाकात में उमा भारती ने क्या कहा और क्यों इसे 'भगवा को बदनाम करने की साजिश' बताया।
By: Star News
Aug 06, 202513 hours ago
भोपाल: स्टार समाचार वेब
मालेगांव ब्लास्ट मामले में बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती उनके घर पहुंचीं। इस भावुक मुलाकात के दौरान दोनों नेता एक-दूसरे से गले मिलकर रो पड़ीं। उमा भारती ने जहाँ साध्वी प्रज्ञा को "मसीहा" और "शौर्य की मूर्ति" बताया, वहीं प्रज्ञा ठाकुर ने उमा भारती के साहस की तारीफ की।
मुलाकात के दौरान उमा भारती ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मालेगांव ब्लास्ट सिर्फ "भगवा आतंकवाद" जैसे शब्द गढ़ने और हिंदू समाज को बदनाम करने की साजिश थी। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर हमेशा अन्याय के खिलाफ खड़ी रहीं। उन्होंने कहा, "मैं उम्र में उनसे बड़ी हूँ, लेकिन उन्हें मसीहा मानती हूँ। जेल में भी उनके चेहरे पर तपस्या का तेज और मुस्कान रहती थी।" उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा के संघर्ष की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन से ही प्रज्ञा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम किया और हमेशा प्रताड़ना का विरोध किया। उन्होंने बताया कि वह प्रज्ञा से तब भी मिलने गई थीं, जब वह बीमार थीं या जेल में थीं।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने उमा भारती की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा हिंदुत्व के लिए जोरदार आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, "दीदी यहाँ भगवा का सम्मान करने आई हैं। अपने जीवन में उन्होंने जो साहस दिखाया है, उतना साहस कोई पुरुष भी नहीं दिखा पाया है।"
गौरतलब है कि मालेगांव मामले में साध्वी प्रज्ञा सहित सभी सात आरोपियों के बरी होने के बाद उमा भारती ने खुशी जाहिर की थी। उस समय भी उनके बंगले पर मिठाइयाँ बाँटी गई थीं और आतिशबाजी की गई थी, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि यह सच्चाई की जीत है।