मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में स्मार्ट मीटर लगाए जाने से मीटर रीडरों की नौकरी खतरे में आ गई है। सितंबर में 21 जिलों के 1,000 से ज्यादा और रीवा जिले के 150 से अधिक मीटर रीडरों को बाहर करने की तैयारी है। आदेश जबलपुर से जारी, कर्मचारियों में हड़कंप।
By: Yogesh Patel
Sep 03, 2025just now
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
स्मार्ट मीटर कई लोगों की नौकरी चट करने जा रहा है। जबलपुर से मीटर रीडरों को बाहर करने का फरमान पहुंच गया है। सितंबर महीने में पूर्व क्षेत्र अंतर्गत 21 जिलों में 1 हजार से अधिक मीटर रीडरों को बाहर किया जाएगा। रीवा जिला में इनकी संख्या 150 से अधिक है। स्मार्ट मीटर युवकों को बेरोजगार करने वाला है। हाय तौबा मचना तय है।
ज्ञात हो कि पूरे मप्र में पुराने मीटर को हटाकर अब स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 21 जिलों में भी अभियान चलाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। रीवा जिला में शहर संभाग के अलावा त्योंथर टाउन और चाकघाट में भी स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। इस स्मार्ट मीटर से रीडिंग आसान हो जाएगी। आटोमैटिक रीडिंग दर्ज होगी। इसमें मीटर रीडरों को घर घर जाकर रीडिंग लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विद्युत विभाग का काम आसान हो जाएगा। अभी तक रीडिंग लेने के लिए आउटसोर्स कंपनी से कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। अब स्मार्ट मीटर लगने के बाद इनकी उपयोगिता ही खत्म हो जाएगी। सब कुछ आनलाइन हो जाएगा। यही वजह है कि जबलपुर से सभी सर्किल में आदेश पहुंच गया है। जहां स्मार्ट मीटर लग गया है। वहां के मीटर रीडरों की छुट्टी करनी है। अब जबलपुर से आदेश के बाद जिला अधिकारी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। स्मार्ट मीटरों को निकालते ही हंगामा शुरू हो जाएगा। यही वजह है कि मामले को दबा कर रखा गया है लेकिन एमडी का दबाव बढ़ता जा रहा है। सितंबर महीने में 21 जिलों में मीटर रीडरों की छुट्टी करनी है। एक दो दिन में नोटिस जारी होना शुरू हो जाएगा।
स्मार्ट मीटर वाले क्षेत्रों में उपयोगिता हो जाएगी खत्म
आपको बता दें कि जहां भी स्मार्ट मीटर लगा है। वहां मीटर रीडरों की उपयोगिता खत्म हो जाएगी। रीवा शहर संभाग में करीब 45 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। ऐसे में सिर्फ शहरी क्षेत्र में ही 30 मीटर रीडर नौकरी से हाथ धो बैठेंगे। इसी तरह चाकघाट और त्योंथर कस्बा में भी मीटर रीडरों की कटौती होनी है। पूरे रीवा जिला में इनकी संख्या 150 से अधिक है। यह कार्रवाई सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, कटनी, मैहर सभी जिलों में होनी है। पूर्व क्षेत्र अंतर्गत 21 जिलों में करीब 1 हजार मीटर रीडरों की छुट्टी की जाएगी।
रोजी रोटी का खड़ा होने वाला है संकट
यह कार्रवाई सिर्फ स्मार्ट मीटरों पर की जा रही है। कई सालों से युवा मीटर रीडिंग का काम कर रहे थे। अब उन्हें अचानक ही बाहर करने की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसे में मीटर रीडरों के सामने नौकरी का भी संकट खड़ा हो जाएगा। कई उम्र दराज हो गए हैं। कहीं दूसरी जगह उन्हें नौकरी तक नहीं मिलेगी। इस वजह से भी कईयों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा। विद्युत विभाग का यह फैसला कई घरों को बर्बाद करने जा रहा है।
धीरे-धीरे हर घर को स्मार्ट मीटर से किया जाएगा कवर
पहले चरण में सिर्फ तीन जगहों पर स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। रीवा शहर में सभी 80 हजार उपभोक्ताआें के घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। इसके अलावा चाकघाट और त्योंथर में भी स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में शहरी के बाद ग्रामीण क्षेत्रों को भी कवर किया जाएगा। हर घर को स्मार्ट मीटर से कवर किया जाएगा। इसके बाद सारे मीटर रीडरों का ही काम खत्म हो जाएगा।
फोटो मीटर रीडिंग में गड़बड़ी करने वाले भी होंगे बाहर
एक तरफ स्मार्ट मीटर लगने से मीटर रीडरों को निकाला जा रहा है तो दूसरी लिस्ट फोटो मीटर नहीं लेने वालों को भी ब्लैक लिस्टेड कर बाहर किएजाने की पहुंच गई है। ऐसे में दो तरफ कार्रवाई की जानी है। ब्लैक लिस्टेड की लिस्ट में भी करीब 70 से अधिक मीटर रीडर है। इन्हें भी फोटो मीटर रीडिंग में गड़बड़ी के कारण सीधे नौकरी से ही बाहर कर दिया जाएगा। इनके दोबारा वापस रखने का चांस भी खत्म कर दिया गया है।
जहां जहां स्मार्ट मीटर लगे हैं। वहां मीटर रीडरों की उपयोगिता ही खत्म हो गई है। आदेश आया है। इस पर अधिक जानकार एसई ही दे पाएंगे। वहीं से कार्रवाई होनी है।
प्रमा पाण्डेय, प्रभारी मुख्य अभियंता रीवा