×

महाकाल में कार्तिक द्वादशी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब: बाबा महाकाल ने सूर्य और बेलपत्र धारण कर दिए दर्शन

उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में कार्तिक शुक्ल द्वादशी (रविवार) को भस्म आरती में हजारों श्रद्धालु पहुंचे। बाबा महाकाल का भांग से भव्य श्रृंगार, मस्तक पर सूर्य और बेलपत्र धारण कर भक्तों को दर्शन दिए। अंगारेश्वर महादेव को वैष्णव तिलक लगाया गया। जानें पूरा दिव्य श्रृंगार।

By: Ajay Tiwari

Nov 02, 20254:50 PM

view1

view0

महाकाल में कार्तिक द्वादशी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब: बाबा महाकाल ने सूर्य और बेलपत्र धारण कर दिए दर्शन

उज्जैन. स्टार समाचार वेब धर्म डेस्क

कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, रविवार की सुबह, विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन में श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा महाकाल के दर्शन के लिए हजारों भक्त देर रात से ही कतारों में लगे हुए थे। सुबह 4 बजे बाबा महाकाल को जगाया गया और मंगलाचरण के साथ भस्म आरती संपन्न हुई।

महाकाल का भव्य 'सूर्य' श्रृंगार

मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भस्म आरती से पहले वीरभद्र जी से आज्ञा ली गई और मंदिर के पट खोले गए। पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी देवताओं का पूजन किया।

  • अभिषेक: भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया गया।

  • श्रृंगार: पूजन के बाद बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। आज के श्रृंगार की विशेषता यह थी कि भांग से श्रृंगार करने के बाद उनके मस्तक पर सूर्य और बेलपत्र अर्पित किए गए।

  • भस्म आरती: कपूर आरती के पश्चात भगवान को नया मुकुट पहनाया गया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से शिवलिंग पर भस्म अर्पित की गई। यह मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद ही भगवान महाकाल निराकार से साकार रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं।

इस दिव्य रूप के दर्शन करने के लिए उपस्थित हजारों भक्तों ने पूरे मंदिर परिसर को "जय श्री महाकाल" के जयघोष से गुंजायमान कर दिया।

मंगलनाथ और अंगारेश्वर महादेव का वैष्णव श्रृंगार

इसी अवसर पर, अन्य प्रमुख मंदिरों में भी विशेष श्रृंगार किया गया।

  • मंगलनाथ मंदिर: प्रशासक के. के. पाठक के अनुसार, चेन्नई के श्रद्धालु दीपक कुमार और प्रवीण कुमार द्वारा दान की गई सामग्री से मंदिर के पुजारी पंडित निरंजन भारती ने भगवान मंगलनाथ को त्रिपुंड और त्रिनेत्र लगाकर भव्य श्रृंगार किया।

  • अंगारेश्वर महादेव मंदिर: पुजारी पंडित रोहित उपाध्याय ने बताया कि देवउठनी एकादशी के उपलक्ष्य में, भगवान अंगारेश्वर का श्रृंगार भी चेन्नई के भक्तों द्वारा दान की गई सामग्री से किया गया। उन्हें वैष्णव तिलक लगाकर सजाया गया और "राम-राम" लिखी पुष्पमाला अर्पित की गई।


COMMENTS (0)

RELATED POST

मूलांक भविष्यफल: 3 नवंबर 2025 के लिए अंक 1 से 9 तक का संपूर्ण राशिफल

1

0

मूलांक भविष्यफल: 3 नवंबर 2025 के लिए अंक 1 से 9 तक का संपूर्ण राशिफल

जन्मदिन की तारीख से जानें 3 नवंबर 2025 का अपना मूलांक फल। मूलांक 1 से 9 तक के लिए करियर, वित्त, प्रेम और स्वास्थ्य का विस्तृत अंक ज्योतिष भविष्यफल। जानें आपके लिए क्या है खास।

Loading...

Nov 03, 20251:43 AM

दैनिक राशिफल 3 नवंबर 2025: मेष से मीन तक सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल, जानें आज का दिन कैसा रहेगा

1

0

दैनिक राशिफल 3 नवंबर 2025: मेष से मीन तक सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल, जानें आज का दिन कैसा रहेगा

3 नवंबर 2025 का अपना दैनिक राशिफल जानें! करियर, स्वास्थ्य, प्रेम और आर्थिक स्थिति के लिए सभी 12 राशियों (मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन) का सटीक और विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण।

Loading...

Nov 03, 20251:33 AM

3 नवंबर 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और आज का व्रत-त्योहार

1

0

3 नवंबर 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और आज का व्रत-त्योहार

3 नवंबर 2025, सोमवार (कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया) का विस्तृत हिंदी पंचांग। जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय, आज के ग्रह-नक्षत्र और किन कार्यों के लिए है शुभ दिन।

Loading...

Nov 03, 20251:26 AM

देवउठनी एकादशी से होगी मांगलिक कार्यों की शुरुआत: जानें विवाह के शुभ मुहूर्त

1

0

देवउठनी एकादशी से होगी मांगलिक कार्यों की शुरुआत: जानें विवाह के शुभ मुहूर्त

देवउठनी एकादशी (शनिवार) और 2 नवंबर को तुलसी विवाह के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 18 नवंबर से 6 दिसंबर तक कुल 13 शुभ मुहूर्त हैं। खरमास (16 दिसंबर से 14 जनवरी) में लगेंगे ब्रेक, फिर फरवरी में बजेंगी शहनाइयां।

Loading...

Nov 02, 20256:12 PM

महाकाल में कार्तिक द्वादशी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब: बाबा महाकाल ने सूर्य और बेलपत्र धारण कर दिए दर्शन

1

0

महाकाल में कार्तिक द्वादशी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब: बाबा महाकाल ने सूर्य और बेलपत्र धारण कर दिए दर्शन

उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में कार्तिक शुक्ल द्वादशी (रविवार) को भस्म आरती में हजारों श्रद्धालु पहुंचे। बाबा महाकाल का भांग से भव्य श्रृंगार, मस्तक पर सूर्य और बेलपत्र धारण कर भक्तों को दर्शन दिए। अंगारेश्वर महादेव को वैष्णव तिलक लगाया गया। जानें पूरा दिव्य श्रृंगार।

Loading...

Nov 02, 20254:50 PM