कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अखंड निराहार समर्थ सद्गुरु अवधूत सिद्ध महायोगी दादा गुरु उपस्थित रहे
By: Gulab rohit
Oct 12, 20253 hours ago
नर्मदापुरम। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आज रविवार को नर्मदापुरम में पथ संचलन निकाला गया। इसमें 1500 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर कदमताल किया और भारत माता की जय के नारे लगाए। संचलन एसएनजी स्टेडियम से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए वापस स्टेडियम पर समाप्त हुआ। इस दौरान शहरवासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
विश्व कल्याण की भावना वाला ही स्वयंसेवक
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अखंड निराहार समर्थ सद्गुरु अवधूत सिद्ध महायोगी दादा गुरु उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा, "स्वयं सेवक वो जिसके चित में कोई जाति, ऊंच नीच का भाव नहीं। केवल परिवार, एक संस्कृति और एक ध्वज के नीचे सभी के साथ हो। एक धर्म, एक धरा और एक परिवार कल्पना किसी के चित के अंदर है, वहीं हमारा स्वयं सेवक है। विश्व के कल्याण की भावना जिसके अंदर है, वहीं स्वयं सेवक है।"
शताब्दी वर्ष उत्सव का नहीं, आत्मचिंतन का अवसर
विभाग प्रचार प्रमुख संतोष नौरिया ने बताया कि इस वर्ष विजयादशमी के दिन संघ के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह अवसर उत्सव का नहीं, बल्कि आत्मचिंतन, समाज के प्रति आभार और राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए स्वयं को पुनः समर्पित करने का है।" उन्होंने बताया कि आने वाला वर्ष संघ कार्य के विस्तार, सुदृढ़ीकरण और गुणवत्ता पर केंद्रित रहेगा।
एसएनजी स्टेडियम से शुरू हुआ संचलन
यह विशाल पथ संचलन एसएनजी स्टेडियम ग्राउंड से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में अमृतवचन, एकल गीत, बौद्धिक और शस्त्र पूजन हुआ। इसके बाद घोष की धुन के साथ संचलन विवेकानंद घाट, मीनाक्षी चौक, एकता चौक होते हुए वापस स्टेडियम पहुंचकर समाप्त हुआ। यह संचलन देशभर में 2 से 12 अक्टूबर तक आयोजित हो रही कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है