विमानों की सुरक्षा देखने वाली संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने टाटा समूह की एयरलाइन एअर इंडिया में कई बड़ी खामियां पकड़ी हैं। इनमें पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां शामिल हैं।
By: Arvind Mishra
Jul 30, 202512 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
विमानों की सुरक्षा देखने वाली संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने टाटा समूह की एयरलाइन एअर इंडिया में कई बड़ी खामियां पकड़ी हैं। इनमें पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां शामिल हैं। हालांकि, ये संख्या 51 है। इनमें से 7 गड़बड़ियां लेवल-1 की हैं। ये सबसे गंभीर सुरक्षा जोखिम हैं और एयरलाइन को इन्हें 30 जुलाई तक करना होगा। बाकी बाकी 44 खामियों को 23 अगस्त तक सुधारने को कहा गया है। हालांकि, अभी इन खामियों की लिस्ट सार्वजनिक नहीं हुई है। एअर इंडिया ने एक बयान में इन आॅडिट नतीजों को स्वीकार किया है और कहा है कि वे तय समय के अंदर डीजीसीए को अपना जवाब देंगे।
एअर इंडिया के गुरुग्राम में बने मुख्य सेंटर पर 1 से 4 जुलाई तक एक बड़ा आडिट हुआ था। इसमें फ्लाइट आॅपरेशन, शेड्यूल बनाने, रोस्टरिंग और कई दूसरे पहलुओं की जांच की गई थी। डीजीसीए ने 23 जुलाई को एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजे थे। ये केबिन क्रू के आराम और ड्यूटी नियमों, ट्रेनिंग रूल्स, और आपरेशनल प्रोसीजर के उल्लंघन को लेकर थे। इससे पहले 21 जून को डीजीसीए ने चालक दल की शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग की जिम्मेदारी से जुड़े तीन अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए थे।
डीजीसीएम ने मार्च 2025 में एअर इंडिया एक्सप्रेस को फटकार लगाई थी। एयरलाइन ने यूरोपीय यूनियन की एविएशन सेफ्टी सिक्योरिटी अथॉरिटी के निर्देश पर एयरबस A 320 के इंजन कम्पोनेंट्स समय पर नहीं बदले थे। साथ ही रिकॉर्ड में हेराफेरी की थी। जहां डीजीसीए ने एयरलाइन से कहा था- एयरबस A 320 के इंजन के पार्ट्स का मॉडिफिकेशन तय समय पर नहीं किया गया। काम समय पर पूरा दिखाने के लिए अटडर रिकॉर्ड बदला गया। फर्जी कागज बनाए गए।
हालांकि एयरलाइन ने अपनी गलती मानी थी। कार्यशैली में सुधार करने और एहतियाती उपाय अपनाने की बात भी कही थी। कंपनी ने कहा था- हमारी टेक्निकल टीम अपने मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर पर रिकॉर्ड के माइग्रेशन के कारण पार्ट्स रिप्लेसमेंट के लिए तय तारीख से चूक गई थी। समस्या का पता चलते ही इसे ठीक किया गया था।