पीएम नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 5,100 करोड़ रुपए की इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें दो बड़े जल विद्युत प्रोजेक्ट, तवांग में कन्वेंशन सेंटर और कनेक्टिविटी व स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य अष्टलक्ष्मी हैं और सरकार उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
By: Arvind Mishra
Sep 22, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
पीएम नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 5,100 करोड़ रुपए की इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें दो बड़े जल विद्युत प्रोजेक्ट, तवांग में कन्वेंशन सेंटर और कनेक्टिविटी व स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य अष्टलक्ष्मी हैं और सरकार उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने नागरिकों से मिलकर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का आह्वान भी किया। दरअसल, प्रधानमंत्री सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर पहुंचे। मोदी ने यहां पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का अनावरण किया। राज्य के ईटानगर के इंदिरा गांधी पार्क में आयोजित एक समारोह में शियोमी जिले में दो प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इसके बाद पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ईटानगर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसा ही अरुणाचल का पहला रंग केसरिया है। यह भूमि वीरता की भूमि है। अरुणाचल की मेरी यात्रा विशेष बन गई है। नवरात्र के पहले दिन मुझे इतने खूबसूरत पहाड़ देखने को मिले। आज अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू हो गए हैं। जीएसटी बचत उत्सव शुरू हो गया है। अरुणाचल को बिजली, स्वास्थ्य, पर्यटन और कई अन्य क्षेत्रों की परियोजनाएं दी गई हैं।
प्रधानमंत्री ने ईटानगर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सोच से अरुणाचल को और पूरे पूर्वोत्तर को बहुत नुकसान हुआ है। पीएम ने कहा कि जिसके किसी ने नहीं पूछा उसको मोदी पूजता है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में विकास पहुंचने में दशकों लग गए। अरुणाचल प्रदेश को प्रकृति का वरदान प्राप्त है।
पीएम ने कहा कि दशकों पहले की दिल्ली सरकार ने अरुणाचल प्रदेश और उसके लोगों की उपेक्षा की। कांग्रेस जैसी पार्टियों को लगता था कि अरुणाचल प्रदेश में बहुत कम लोग रहते हैं, वहां सिर्फ 2 लोकसभा सीटें हैं, तो इस राज्य पर ध्यान क्यों दिया जाए। पूरा पूर्वोत्तर विकास में पिछड़ रहा था, हमारी प्रेरणा वोटों और सीटों की संख्या नहीं, बल्कि राष्ट्र प्रथम का विचार है। हमारा एकमात्र मंत्र नागरिक देवो भव: है। हम आठ पूर्वोत्तर राज्यों की पूजा अष्टलक्ष्मी के रूप में करते हैं।
इटानगर में प्रधानमंत्री ने स्थानीय व्यापारियों, उद्योगपतियों और करदाताओं के साथ जीएसटी दरों में हालिया सुधारों के प्रभाव पर चर्चा की। पीएम ने व्यापारियों से सीधे बातचीत की और उनकी चिंताओं को सुना। इस अवसर पर मोदी ने व्यापारियों को गर्व से कहो ये स्वदेशी है... के पोस्टर भी दिए। दुकानदारों ने खुशी जताई और कहा कि वे इन पोस्टरों को अपने दुकानों पर लगाकर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देंगे। प्रधानमंत्री ने इस पहल को एक उत्सव का रूप देते हुए स्थानीय व्यापारियों और करदाताओं को राष्ट्रीय भावना से जोड़ने का प्रयास किया।