श्रीराम विवाह महोत्सव : नगर में बजेगी शहनाई, और गूंजेगा जय सियाराम
By: Gulab rohit
Nov 06, 202510:13 PM
गंजबासौदा। त्रेतायुग की वह पावन गाथा, जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और माता सीता का दिव्य मिलन हुआ था, अब उसी आत्मिक अनुभूति को साकार कराने श्रीराम रस धारा परिवार की ओर से इस वर्ष भी चक्रवर्ती श्रीराम विवाह महोत्सव का आयोजन भक्ति, आस्था और सनातन संस्कृति के भावों से ओत-प्रोत होकर जोर-शोर से करने की तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। यह आयोजन 18 से 25 नवंबर तक चलेगा, जिसमें विवाह पंचमी के पावन अवसर पर प्रभु श्रीराम की भव्य और दिव्य ऐतिहासिक बारात नगर में निकलेगी। आयोजकों की ओर से गुरुवार को स्थानीय प्रेस क्लब भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में विवाह महोत्सव की तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए क्षेत्र भर के सभी धर्मालंबियों, सनातनी प्रेमियों को राम जी के विवाह महोत्सव में आने का आमंत्रण दिया गया।
लगुन से बारात तक, नगर होगा राममय
सियाराम विवाह महोत्सव की तैयारियों पर चर्चा करते हुए नगर के अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित डॉ. अभिषेक कृष्ण शास्त्री ने बताया कि विवाह कार्यक्रम संयोजक स्वयं प्रकटेश्वर श्री कीर्तननाथ महादेव हैं। यह आयोजन केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सनातन परंपरा, विवाह संस्कार और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन संदेश का पुनर्स्मरण है जो आज की पीढ़ी को यह सिखाता है कि विवाह केवल एक उत्सव नहीं, यह धर्म, प्रेम और कर्तव्य का संगम है। श्रीराम विवाह महोत्सव की शुरुआत 18 नवंबर शनिवार को लगुन मटियाना से होगी। 20 नवंबर को जानकी जी की गोद भराई एवं श्रीराम का तिलकोत्सव, 22 नवंबर को श्री गणेश पूजन एवं तेलोत्सव, 23 नवंबर माता पूजन एवं मंडप होगा। जिसमें महिलाएं माता पूजन के लिए गांधी चौक से शीतला माता मंदिर गाजे बाजे के साथ जाएगी। 23 नवंबर को ही रात्रि 7 बजे से गांधी चौक पर विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा जिसमें सारेगामा फ्रेम शरद शर्मा सहित नगर के कई जाने माने भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। सभी आयोजन श्री सीताराम नाम शंकर संकीर्तन पीठ, सदर बाजार गांधी चौक शिव मंदिर में संपन्न होंगे। वधु पक्ष में राजा जनक की भूमिका सुशील गुप्ता और वर पक्ष में राजा दशरथ की भूमिका हरि नेमा निभाएंगे। श्री राम रस धारा परिवार ने श्रद्धालुओं से इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भागीदारी कर धर्म लाभ लेने की अपील की है।
बारात में नाचेंगे ऊंट, बजेगा बाजा, सजेंगे रथ
श्रीराम रस धारा परिवार के संस्थापक पं. अंकुर माधव महाराज ने बताया कि श्रीराम और माता सीता का विवाह हमें यह सिखाता है कि विवाह दो हृदयों का नहीं, दो संस्कारों का मिलन है। यह केवल साथ चलने का नहीं, साथ निभाने का संकल्प है। इसी भाव का संदेश देते हुए 25 नवंबर दोपहर 12 बजे श्री हनुमान मंदिर, स्टेशन रोड से भगवान श्रीराम जी की भव्य बारात प्रारंभ होगी। यह बारात नेहरू चौक, जयस्तंभ चौक, हनुमान चौक होकर सावरकर चौक, सिरोंज चौराहा से होते हुए गांधी चौक स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर पहुंचेगी। बारात में रम तूला, ऊंट, रथ, बैंड-बाजे, डीजे और झांकी दल विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। जबलपुर के कलाकार त्रेता युग के प्रसंगों को जीवंत झांकी के रूप में प्रस्तुत करेंगे। बारात में क्षेत्र भर के महंत, साधु संत अन्य स्थान के सिद्ध संत महापुरुष भी अपनी उपस्थिति दे रहे हैं। राम जी की बारात का स्वागत पुष्प वर्षा, दीपों की सजावट और भक्ति संगीत के बीच किया जाएगा।