अफगानिस्तान की सीमा से सटे ताजिकिस्तान में चाइनीज इंजीनियरों पर ड्रोन से घातक हमला हुआ है। इस हमले में तीन चीनी मारे गए हैं। ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ये हमला यूएवी से किया गया। इस यूएवी में ग्रेनेड और विस्फोटक लोड थे।
By: Arvind Mishra
Nov 28, 20259:46 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
अफगानिस्तान की सीमा से सटे ताजिकिस्तान में चाइनीज इंजीनियरों पर ड्रोन से घातक हमला हुआ है। इस हमले में तीन चीनी मारे गए हैं। ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ये हमला यूएवी से किया गया। इस यूएवी में ग्रेनेड और विस्फोटक लोड थे। इससे एक माइनिंग साइट पर हमला किया गया। ताजिकिस्तान का दावा है कि ये हमले सीमा पार से किए गए थे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक बुधवार रात को ताजिकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी खटलोन इलाके में एक कैंप हाउसिंग कंपनी के कर्मचारियों को निशाना बनाकर हमला किया गया। यह हमला योल बॉर्डर डिटैचमेंट में फर्स्ट बॉर्डर गार्ड पोस्ट इस्तिकलोल के पास एलएलसी शोहिन एसएम कर्मचारियों के शिविर को निशाना बनाकर किया गया था। माइनिंग कंपनी एलएलसी शोहिन ताजिकिस्तान में गोल्ड माइनिंग का काम करती है।
क्रिमिनल ग्रुप्स की खतरनाक हरकतें
ताजिकिस्तान ने कहा- ताजिकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच बॉर्डर वाले इलाकों में सुरक्षा बनाए रखने और शांति और स्थिरता का माहौल बनाने की ताजिकिस्तान की लगातार कोशिशों के बावजूद अफगानिस्तान के इलाके में मौजूद क्रिमिनल ग्रुप्स की खतरनाक हरकतें अभी भी जारी हैं। मंत्रालय ने आतंकवादी ग्रुप्स की इन हरकतों की निंदा की और अफगान अधिकारियों से बॉर्डर के अपने हिस्से को स्थिर और सुरक्षित करने की अपील की।
माइनिंग और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स
ताजिकिस्तान के अनुसार, यह हमला हथियारों और ग्रेनेड से भरे ड्रोन से किया गया, जिसमें चीनी नागरिक तीन स्टाफ की मौत हो गई। कई चीनी कंपनियां ताजिकिस्तान में काम करती हैं। ये कंपनियां खासकर माइनिंग और नेचुरल रिसोर्स के क्षेत्र में काम कर रही हैं, जो अक्सर पहाड़ी बॉर्डर इलाकों में होती हैं। ये पहाड़ी और बॉर्डर इलाका दोनों देशों के बीच 1,350 किमी तक फैला है। ये चाइनीज वर्कर ताजिकिस्तान में माइनिंग और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स में शामिल थे। ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान के इस बॉर्डर पर समय समय पर दिक्कतें होती रहती है।
मीटिंग से पहले हमला
ताजिकिस्तान ने कहा कि उसने एक सप्ताह पहले इस इलाके में अफगानिस्तान के दो संदिग्ध ड्रग स्मगलरों को मारने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया था। अगस्त में ताजिक गार्ड्स और अफगानिस्तान के रूलिंग तालिबान मूवमेंट के लड़ाकों के बीच फायरिंग भी हुई थी। चीनी वर्करों को मारने वाला ड्रोन हमला गुरुवार को कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी आर्गनाइजेशन जो एक रीजनल ब्लॉक है की मीटिंग से पहले हुआ।