मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज यानी शुक्रवार को अंतिम दिन है। कांग्रेस विधायकों ने सिंगरौली जिले के जंगल में पेड़ों की कटाई का मुद्दा सदन में प्रमुखता से उठाया। जहां प्रदेश के वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार इसका सही जवाब तक नहीं दे पाए। भाजपा और कांग्रेस विधायकों में बहस शुरू हो गई, जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
By: Arvind Mishra
Dec 05, 20252:07 PM

भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज यानी शुक्रवार को अंतिम दिन है। कांग्रेस विधायकों ने सिंगरौली जिले के जंगल में पेड़ों की कटाई का मुद्दा सदन में प्रमुखता से उठाया। जहां प्रदेश के वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार इसका सही जवाब तक नहीं दे पाए। भाजपा और कांग्रेस विधायकों में बहस शुरू हो गई, जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और विक्रांत भूरिया ने सरकार पर आरोप लगाया कि तीन कोल खदानें अडानी समूह को देने के नाम पर बड़े पैमाने पर वन कटाई की जा रही है। वन अधिनियम का पालन नहीं हो रहा। जंगल खत्म होने से आदिवासी प्रभावित होंगे। आदिवासियों को आक्सीजन कहां से मिलेगी। सरकार आदिवासियों के साथ अन्याय कर रही है। इधर, जवाब में वन राज्य ने कहा, जो भी पेड़ काटे गए हैं, वह नियम अनुसार कटे हैं। जितने पेड़ काटे जा रहे हैं, उतने पेड़ लगाए भी जा रहे हैं। जितनी जमीन जा रही उतनी जमीन भी उपलब्ध कराई जा रही है। भूरिया ने कहा, सिंगरौली से पेड़ काटकर सागर और शिवपुरी में लगाए जा रहे हैं। ये कैसा न्याय है।
सिंघार बोले-सिंगरौली ब्लॉक पेसा एक्ट के दायरे में था
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा-जब पहले सिंगरौली ब्लॉक पेसा एक्ट के दायरे में आ रहा था, तो संसदीय कार्य मंत्री ने यह गलत जानकारी क्यों दी कि वह एरिया पेसा के दायरे में नहीं आता था। जबकि अगस्त 2023 में इसको लेकर साफ कहा गया है कि वह इलाका पेसा एक्ट के दायरे में आता है। सरकार इस बारे में जवाब दे। इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा में बहस की स्थिति शुरू हो गई। इसके बाद कांग्रेस के विधायक नारेबाजी करते हुए बाहर निकल गए।
विजयवर्गीय ने कहा-सिंगरौली में कभी भी पेसा एक्ट नहीं रहा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा-सिंगरौली वन कटाई के सवाल का जवाब वह सदन में चाहते हैं। इसे देखते हुए संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्य वन मंत्री अहिरवार पहली बार के विधायक हैं, लेकिन उन्होंने काफी सही जवाब दिया है। सिंगरौली में कभी भी पेसा एक्ट नहीं रहा है। क्योंकि यहां आदिवासियों की संख्या कम रही है। यह बात अधिकारियों से चर्चा की बाद कह रहे हैं।
अध्यक्ष बोले- वन मंत्री देंगे सही और पूरा जवाब
सिंघार ने कहा, जहां पर पेड़ों की कटाई हो रही है। उस इलाके को 2023 के बाद 5वी अनुसूची से क्यों हटाया गया। विधायक बाला बच्चन ने कहा-कोल ब्लॉक के लिए जमीन दी गई इसलिए ऐसा किया गया। वन मंत्री अहिरवार ने कहा कि आज की स्थिति में वह ग्राम और ब्लॉक एरिया की पेसा एक्ट के एरिया में नहीं आता, इसलिए उसे परमिशन दी गई है। जब इस पूरे मामले में वन मंत्री बार-बार कहे जाने के बाद भी सही जवाब नहीं दे पाए तो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस पूरे मामले में नेता प्रतिपक्ष से अलग मुलाकात कर वन मंत्री जवाब देंगे।
विधायक बोले- विधानसभा में चंदन के पेड़ नहीं बचे
सिंगरौली पेड़ कटाई पर डिंडोरी से कांग्रेस विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने कहा- एक तरफ सरकार के लोग बजट में पेड़ लगाने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने तो पेड़ लगाने के लिए गिनीज वर्ल्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया था। लेकिन अब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री देश की प्रकृति को बचाने में नाकाम हैं और पेड़ कटवाने में आगे हैं। विधानसभा में लगे चंदन के पेड़ तक को सरकार बचा नहीं पाई।
सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है...
कालापीपल से भाजपा विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने कहा- मोहन सरकार ने 2 साल में वह कर दिया जो 10 साल में दिग्विजय सिंह और 18 महीने की सरकार में कमलनाथ नहीं कर पाए। हमने युवाओं, लाड़ली बहनों और किसानों की चिंता की है। अगले दो महीनें में उद्योग के क्षेत्र में 8 लाख करोड़ के विकास कार्यों के भूमिपूजन हो जाएंगे। मोहन सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है।
प्रश्नकाल में 14 विधायक रहे गायब
विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान 14 विधायक सदन में सवाल पूछने के लिए उपस्थित नहीं रहे। इन विधायकों में कमलेश्वर डोडियार, कुंवर सिंह टेकाम, राजेंद्र भारती, नरेंद्र सिंह कुशवाह, धीरेंद्र बहादुर सिंह, सतीश मालवीय, अरविंद पटेरिया, राजेश कुमार शुक्ला, भैरो सिंह बापू, मुकेश मल्होत्रा, वीरेंद्र सिंह लोधी, भूपेंद्र सिंह, नितेंद्र सिंह राठौड़ शामिल हैं। इसके चलते 11:55 तक की प्रश्नकाल चल पाया।
सदन में उठा घटिया पाइप लाइन का मुद्दा
विधायक अभिजीत शाह ने सिराली नगर परिषद में अमृत 2.0 नल कनेक्शन घटिया पाइप लाइन बिछाकर भ्रष्टाचार की जांच की बात कही। इसका जवाब देते हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह 7 करोड़ के ऊपर का काम है। इसमें अभी तक केवल 10 फीसदी ही काम हुआ है। काम की गुणवत्ता के लिए हमारे पास थर्ड पार्टी एजेंसी है। अभी तक केवल एक करोड़ का काम ही हुआ है। काम को समय सीमा में किया जाएगा उच्च अधिकारी को भेज कर जांच करवाई जा जाएगी।
टिमरनी भ्रष्टाचार में अब तक नहीं हुई एफआईआर
इस पर विधायक अभिजीत शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि टिमरनी में भी इसी प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ था। उसमें अभी तक जांच बस्ते में पड़ी हुई है। टिमरनी जांच में पाया गया था कि अधिकारी दोषी हैं, पर अभी तक एफआईआर नहीं हुई।
कांग्रेस ने उठाया उज्जैन लैंड पूलिंग का मामला
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने उज्जैन में लैंड पूलिंग स्कीम के अंतर्गत किसानों की जमीन लिए जाने का मामला उठाया। जवाब में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा कर दी है। इसका निराकरण होना तय है। जल्द ही इसका पत्र उज्जैन के प्रशासन तक पहुंच जाएगा, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा।
भोपाल नगर निगम को चारागाह बना दिया
भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने कहा- नगर निगम भोपाल को चारागाह बना दिया गया है। यहां दूसरे विभाग के अधिकारी आकर आदेश जारी कर रहे हैं। पशुपालन विभाग में पदस्थ अधिकारी पीपी सिंह द्वारा आदेश जारी किया जा रहा है। अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं और मनमानी कर रहे हैं। इसके जवाब में मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि जो लोग प्रतिनियुक्ति पर हैं, उन्हें वापस भेजने के लिए विभाग को कहा है। गड़बड़ी के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस विधायक बोले- कोई काम सही नहीं हो रहा
कांग्रेस विधायक पंकज ने कहा- प्रदेश में मजाक चल रहा है। कोई अनुशासन नहीं है। ऐसा लग ही नहीं रहा कि सरकार सही से अपना काम कर रही है। सिवनी में इतना बड़ा हवाला कांड हो गया। डीएसपी और एसपी हवाला के पैसे बांटने के लिए लड़ रहे हैं। पूरी सरकार विफल है। पुलिस विफल है। जहां पुलिस को जनता का संरक्षण करना चाहिए, वो लूट करने में लगी हुई है।