पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ समझौते का एलान किया था। ट्रंप ने कहा था कि वे दक्षिण एशियाई देश के तेल भंडार को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। इस पर बलूच नेता मीर यार बलूच ने ट्रंप को पत्र लिखकर चेताया है। ट्रंप से कहा है कि जनरल आसिम मुनीर ने आपको पाकिस्तान में तेल भंडार को लेकर गुमराह किया है।
By: Sandeep malviya
Aug 03, 2025just now
क्वेटा। पाकिस्तान के साथ मिलकर तेल भंडार को विकसित करने के लिए उतावले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बलूच नेता ने पत्र लिखकर सच बताया है। बलूच नेता मीर यर बलूच ने ट्रंप से कहा है कि जनरल आसिम मुनीर ने आपको पाकिस्तान में तेल भंडार को लेकर गुमराह किया है। पाकिस्तान में कोई भी तेल या खनिज भंडार नहीं है। यह सब बलूचिस्तान में हैं।
पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ समझौते का एलान किया था। ट्रंप ने कहा था कि वे दक्षिण एशियाई देश के तेल भंडार को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। हमने अभी-अभी पाकिस्तान के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत पाकिस्तान और अमेरिका अपने विशाल तेल भंडार को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। हम उस तेल कंपनी का चयन करने की प्रक्रिया में हैं जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। इससे पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने ट्रंप के साथ लंच किया था और अपने देश में तेल भंडार होने की जानकारी दी थी।
इस पर बलूच नेता मीर यार बलूच ने ट्रंप को पत्र लिखकर चेताया है। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि इस क्षेत्र में विशाल तेल और खनिज के भंडार हैं। लेकिन पूरे सम्मान के साथ बताना चाहते हैं कि पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व जनरल आसिम मुनीर ने आपको पाकिस्तान के भूगोल और स्वामित्व के बारे में गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि तेल, प्राकृतिक गैस, तांबा, लिथियम, यूरेनियम और दुर्लभ खनिज भंडार पाकिस्तान में नहीं हैं। बल्कि यह बलूचिस्तान में हैं। जो अलग संप्रभु राष्ट्र और पाकिस्तान के कब्जे में है। ये संसाधन पाकिस्तान के हैं, यह दावा पूरी तरह झूठ है। पाकिस्तान ने राजनीतिक और वित्तीय लाभ के लिए बलूचिस्तान की संपत्ति का दुरुपयोग करने का प्रयास किया है।
उन्होंने पत्र में लिखा कि बलूचिस्तान बिकाऊ नहीं है। हम बलूच लोगों की स्पष्ट सहमति के बिना पाकिस्तान, चीन या किसी अन्य विदेशी शक्ति को अपनी भूमि या उसके संसाधनों का दोहन करने की अनुमति नहीं देंगे। हमारी संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता और उचित स्वामित्व और स्वतंत्रता के लिए हमारा संघर्ष गरिमा और दृढ़ता के साथ जारी है। हम अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वे इन सच्चाइयों को स्वीकार करें और बलूच लोगों की स्वतंत्रता और अपनी मातृभूमि तथा प्राकृतिक संपदा पर नियंत्रण की वैध आकांक्षाओं का समर्थन करें।