स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में अहमदाबाद देश का सबसे साफ शहर बना है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल ने भी पिछले साल के 5वें स्थान से उछाल मारते हुए दूसरा स्थान पाया, लेकिन सबसे चौंकाने वाली और उत्साहजनक छलांग लखनऊ की रही, जिसने 44वें पायदान से सीधा तीसरे स्थान पर पहुंचकर सभी को चौंका दिया।
By: Arvind Mishra
Jul 13, 20255 hours ago
भोपाल/नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में अहमदाबाद देश का सबसे साफ शहर बना है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल ने भी पिछले साल के 5वें स्थान से उछाल मारते हुए दूसरा स्थान पाया, लेकिन सबसे चौंकाने वाली और उत्साहजनक छलांग लखनऊ की रही, जिसने 44वें पायदान से सीधा तीसरे स्थान पर पहुंचकर सभी को चौंका दिया। दरअसल, केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के नतीजे जारी कर दिए हैं। इसमें भोपाल ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। भोपाल पिछले साल 5वें स्थान पर था। वहीं, अहमदाबाद ने सभी शहरों को पीछे छोड़ते हुए पहला और लखनऊ ने 44वें पायदान से छलांग लगाकर तीसरा स्थान पाया है। भोपाल नगर निगम को राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण मिल चुका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 जुलाई को नई दिल्ली में टॉप शहरों को अवॉर्ड देंगी। आधिकारिक घोषणा वहीं होगी। समारोह में मध्यप्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी भी शामिल होंगी।
पिछले साल (2024) ही स्वच्छ सुपर लीग नाम की नई श्रेणी जोड़ी गई थी। इसमें दो साल से टॉप-3 में आने वाले शहरों को लिया गया था, लेकिन एक दिन पहले ही इसमें बदलाव कर अवधि 3 साल कर दी गई। पिछली बार लीग में सिर्फ 12 शहर थे, अब 15 हो गए हैं। इंदौर लगातार सात बार देश का नंबर-1 स्वच्छ शहर बन चुका है, लेकिन इस बार सूरत और नवी मुंबई के साथ रैंकिंग से बाहर रहेगा, क्योंकि स्वच्छता सुपर लीग में शामिल शहरों की रैंकिंग नहीं की जाती।
लीग में वही शहर शामिल होते हैं, जो पिछले तीन वर्षों में टॉप-3 में रहे हैं। भले ही स्वच्छता में स्वच्छ सुपर लीग अलग श्रेणी बना दी गई है, लेकिन देश के सभी शहरों को सफाई व्यवस्था के आधार पर 12500 में से अंक दिए जाएंगे। हर साल अलग-अलग कैटेगरी (50 हजार से ज्यादा और 10 लाख से अधिक आबादी) में टॉप करने वाले कुछ शहर लगातार टॉप-3 में बने हुए थे। इससे अन्य शहरों के लिए मुकाबले की जगह सीमित रह जाती थी।
भोपाल, देवास और शाहगंज प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड की दौड़ में हैं। जबलपुर को मिनिस्ट्रीयल कैटेगरी में और ग्वालियर को स्टेट लेवल अवॉर्ड के लिए आमंत्रण मिला है। वहीं, इंदौर, उज्जैन और बुदनी सुपरलीग में है। उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृह जिला है, जबकि बुदनी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र रहा है।
भोपाल, देवास और शाहगंज को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा। इसके अलावा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर जबलपुर और ग्वालियर को उल्लेखनीय प्रयासों के लिए सम्मानित करेंगे। कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग और ओडीएफ/वाटर प्लस के परिणाम भी इसी दिन जारी किए जाएंगे।
10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इंदौर को अवॉर्ड दिया जाएगा। 3 से 10 लाख तक की जनसंख्या में उज्जैन और 20 हजार से अधिक जनसंख्या वाले में सीहोर जिले की बुदनी को अवॉर्ड मिलेगा।