बिहार में विधानसभा चुनाव के रण के बीच भाजपा ने बड़ी सेंध लगा ली है। इससे राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि और भी नेता पार्टी में शामिल होंगे। मुंगेर में भाजपा ने जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को एक बार फिर झटका दिया है।
By: Arvind Mishra
Nov 05, 20252:07 PM

भोपाल। स्टार समाचार वेब
बिहार में विधानसभा चुनाव के रण के बीच भाजपा ने बड़ी सेंध लगा ली है। इससे राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि और भी नेता पार्टी में शामिल होंगे। मुंगेर में भाजपा ने जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को एक बार फिर झटका दिया है। मुंगेर विधानसभा से जनसुराज के प्रत्याशी भाजपा में शामिल हो गए हैं, जिससे मुंगेर विधानसभा में एनडीए की स्थिति मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। दरअसल, बिहार चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति को जमीनी स्तर पर उतारने में सांसद विष्णुदत्त शर्मा (वीडी शर्मा) अहम भूमिका निभा रहे हैं। बिहार में पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले जनसुराज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। मुंगेर से जनसुराज उम्मीदवार संजय कुमार सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर पूर्ण विश्वास रखते हैं और आगामी चुनाव में भाजपा उम्मीदवार कुमार प्रणय चौधरी को विजयी बनाने के लिए काम करेंगे।
इस अप्रत्याशित घटनाक्रम को गृह मंत्री अमित शाह की चुनावी रणनीति की बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिसे मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने जमीन पर उतारा है। संजय कुमार को भाजपा के पक्ष में लाने में वीडी शर्मा की प्रमुख भूमिका रही है।
वीडी शर्मा मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया लोकसभा क्षेत्रों की 19 सीटों के प्रभारी हैं। वे पिछले 40 दिनों से लगातार बिहार में सक्रिय हैं, जहां वे बूथ मैनेजमेंट से लेकर मंडल और शक्ति केंद्र स्तर तक संगठनात्मक बैठकें कर रहे हैं। संजय कुमार के भाजपा में शामिल होने से मुंगेर सीट पर एनडीए की स्थिति और मजबूत मानी जा रही है। वहीं प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
जनसुराज के पूर्व प्रत्याशी संजय कुमार सिंह ने कहा कि वे जनता की भलाई के लिए राजनीति करते हैं और यह समय की पुकार है। उन्होंने पीके पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे पार्टी के बड़े नेता हैं, लेकिन चुनाव प्रचार कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।