इधर, सीएम डॉ. मोहन यादव ने खुद इस केस में पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी है। वहीं, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश करार दे रही है। शुक्रवार को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कादरी पर सख्त एक्शन के लिए कहा है।
By: Arvind Mishra
Jun 20, 20251 hour ago
भोपाल। स्टार समाचार बेव
इंदौर में लव जिहाद को फंडिंग का आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत 19 आपराधिक केसों में नामजद है। 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है। वहीं लव जिहाद केस में फरार अनवर पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। इधर, सीएम डॉ. मोहन यादव ने खुद इस केस में पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी है। वहीं, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश करार दे रही है। शुक्रवार को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कादरी पर सख्त एक्शन के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि जल्द ही कादरी के घर पर बुलडोजर चलाया जाएगा।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर सिमी से जुड़े होने के भी आरोप लग चुके हैं। कई प्लाट और मकानों पर भी उसने बलपूर्वक कब्जे किए हैं। इस तरह के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। सख्त एक्शन लिया जाएगा।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा है कि अनवर कादरी की पार्षदी समाप्त करने के लिए संभाग आयुक्त को पत्र लिखा है। जल्द ही उसकी पार्षदी खत्म की जाएगी। वहीं लव जिहाद की फंडिंग के मामले में भी उस पर जांच चल रही है। जांच में सभी बातें साफ होने के बाद और भी कड़ी कार्रवाई होगी।
लव जिहाद मामले में फरार चल रहे अनवर पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें हर संभावित ठिकाने पर छापे मार रही हैं। वह अपने परिवार के साथ फरार हुआ है। उसके घर पर ताला डला है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को इंदौर में कहा था कि अय्याशी कांग्रेस करती है। कांग्रेस के लोगों के रिकॉर्ड इस बात के गवाह हैं। उनके सारे नेता जमानत पर चल रहे हैं। वे क्या कर रहे हैं, ये कोई छुपी बात नहीं है। कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि भाजपा के लोग जनता के प्रति जवाबदार हैं। हम अपनी सरकार को जवाबदेही के साथ चलाना जानते हैं। हमारे राज्य में जो भी कानून तोड़ेगा, उससे कैसे निपटना है...यह भी हम जानते हैं। डकैत हो या डकैत का बाप, हम सभी से निपटना जानते हैं। हम ऐसे अपराधी को बख्शेंगे नहीं। हमने प्रशासन को निर्देश दिया है कि ऐसे लोगों को खोजिए और जहां मिलें, वहीं पकड़िए। अगर हाथ न आएं तो फिर जैसे जरूरी हो, वैसी कार्रवाई कीजिए। हम हर हाल में कानून का पालन कराएंगे।
कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज किया गया था। इसी के बाद उसे अनवर डकैत के नाम से पहचाना जाने लगा। उज्जैन में केस दर्ज होने के बाद कादरी ने इंदौर में भी मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया। कादरी कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है जबकि उसकी पत्नी दो बार पार्षद चुनी गई है।