आज, मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को सराफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में बदलाव दर्ज किए गए हैं. निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए यह जानना जरूरी है कि आज सोने का भाव विभिन्न कैरेट्स में क्या है। चांदी की कीमतें किस स्तर पर बनी हुई हैं.
By: Ajay Tiwari
स्टार समाचार वेब. बिजनेस डेस्क
आज, मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को सराफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में बदलाव दर्ज किए गए हैं. निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए यह जानना जरूरी है कि आज सोने का भाव विभिन्न कैरेट्स में क्या है। चांदी की कीमतें किस स्तर पर बनी हुई हैं.
आज, मंगलवार, 22 जुलाई, 2025 को सराफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में निम्नलिखित रुझान दर्ज किया गया है:
सोने की कीमतें (प्रति 10 ग्राम)
22 कैरेट सोना:
24 कैरेट सोना:
18 कैरेट सोना:
चांदी की कीमतें (प्रति 1 किलोग्राम)
विशेषज्ञ राय....
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय सोना और चांदी दोनों ही निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बने हुए हैं
सोने का एकीकरण चरण: सोना इस साल की शुरुआत में मजबूत रैली के बाद एकीकरण (consolidation) चरण में है. यह चरण अप्रैल के मध्य में शुरू हुआ और जुलाई तक जारी है. ऐतिहासिक पैटर्न बताते हैं कि ऐसे एकीकरण चरण आमतौर पर 4.5-5 महीने तक चलते हैं, जिसके बाद कीमतें फिर से ऊपर की ओर बढ़ सकती हैं. यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो यह एकीकरण चरण आपके लिए खरीदारी का अवसर हो सकता है.
चांदी का दमदार प्रदर्शन: चांदी ने हाल के महीनों में सोने को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसमें अप्रैल 1 से लगभग 20% की वृद्धि हुई है, जबकि सोने में 6% की वृद्धि हुई है. चांदी का यह उछाल इसके औद्योगिक उपयोग के कारण है. सौर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे प्रमुख उभरते क्षेत्र चांदी की मांग बढ़ा रहे हैं. वैश्विक उत्पादन मांग को पूरा नहीं कर पा रहा है, जिससे 2025 के अंत तक चांदी के बाजार में घाटा (deficit) होने की संभावना है. यह लगातार चौथा वर्ष होगा जब चांदी बाजार में घाटा देखने को मिलेगा, जिससे कीमतें ऊपर की ओर जा सकती हैं.
सुरक्षित निवेश (Safe-Haven Demand): वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, भू-राजनीतिक तनाव (जैसे अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच संभावित टैरिफ), और केंद्रीय बैंकों के निर्णयों के कारण सोने की सुरक्षित निवेश के रूप में मांग बनी हुई है. यह सोने की कीमतों को सहारा दे रहा है.
सोना-चांदी अनुपात (Gold-Silver Ratio): सोना-चांदी अनुपात, जो यह दर्शाता है कि एक ग्राम सोना खरीदने के लिए कितने ग्राम चांदी की आवश्यकता होती है, वर्तमान में 90 के आसपास है जबकि इसका दीर्घकालिक औसत 65 है. यह इंगित करता है कि चांदी सोने की तुलना में कम मूल्यांकित (undervalued) है, और इसमें 'कैच-अप' रैली की गुंजाइश हो सकती है.
त्योहारों और शादियों का सीजन: भारत में जल्द ही त्योहारी और शादी का सीजन शुरू होने वाला है, जिससे सोने की भौतिक मांग में मजबूती आने की उम्मीद है.
विशेषज्ञ इस समय सोना और चांदी दोनों में निवेश को सकारात्मक मान रहे हैं, खासकर चांदी में इसकी औद्योगिक मांग और आपूर्ति-मांग असंतुलन के कारण अधिक वृद्धि की संभावना है. हालांकि, किसी भी निवेश की तरह, अपने जोखिम वहन क्षमता और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर ही निर्णय लें.