राजपाल चाहते हैं कि उन्हें खेल कोटा के तहत नौकरी मिले। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "मैं जब पांचवीं क्लास में था, तभी से मेहनत कर रहा हूं। पिछली सरकारों ने मेरी सुनवाई नहीं की।
By: Prafull tiwari
Jul 15, 202515 hours ago
चंडीगढ़। पंजाब राज्य सरकार से नौकरी मिलने की उम्मीद में एथलीट राजपाल सिंह मंगलवार को पंजाब विधानसभा गैलरी में पहुंचे। राजपाल सिंह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक खेलों में 82 पदक जीत चुके हैं, लेकिन उन्हें एक अदद नौकरी के लिए आज भी सरकार से गुहार लगानी पड़ रही है।
राजपाल चाहते हैं कि उन्हें खेल कोटा के तहत नौकरी मिले। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "मैं जब पांचवीं क्लास में था, तभी से मेहनत कर रहा हूं। पिछली सरकारों ने मेरी सुनवाई नहीं की। मैंने जब ट्रायल क्लीयर किया, तो उसमें रिश्वत मांगी गई। मैंने आर्मी और पंजाब पुलिस में ट्रायल दिया, लेकिन बात नहीं बन सकी।"
उन्होंने कहा, "मेरा सेलेक्शन अमेरिका गॉट टैलेंट के लिए हो चुका है। मैं एक उंगली से 105 किलोग्राम वजन उठाता हूं। मैं इस मामले में विश्व में तीसरे स्थान पर हूं। राजपाल सिंह ने कनाडा के एक खिलाड़ी को एक हाथ से 105 किलो वजन खींचने की चुनौती भी दी थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। राजपाल सिंह ने बताया, "मुझे अमेरिका जाने के लिए वीजा नहीं मिल सका। इसके बाद मैंने कनाडा जाकर भारत का परचम लहराया। मैंने वहां खिलाड़ी को एक हाथ से 105 किलोग्राम वजन उठाने का चैलेंज दिया, लेकिन उनसे ऐसा नहीं हुआ। मैंने यह एक उंगली से करके दिखाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं सरकार से चाहता हूं कि हो सके तो मुझे कोच की नौकरी दी जाए, या तो अन्य नौकरी दे दें। मैंने शुरू से ही संघर्ष किया, लेकिन उसका फल नहीं मिल सका है। मेरी अब तक सुनवाई नहीं हो सकी है। मैं उम्मीद करता हूं कि भगवंत मान की सरकार मेरी सुन ले। मैं श्रीलंका से दो गोल्ड मेडल जीतकर आया हूं। यह पदक जैवलिन थ्रो और डिस्कस थ्रो में जीते हैं। मैं आगे भी देश के लिए मेडल जीतना चाहता हूं।"