अमेरिका में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां भारतीय मूल के प्रसिद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ ऐशले टेलिस को गोपनीय दस्तावेज रखने और चीन से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन ने वर्जीनिया के वियना स्थित उनके घर पर छापा मारा, जहां से 1000 से ज्यादा पन्नों के टॉप सीक्रेट दस्तावेज बरामद किए गए।
By: Arvind Mishra
Oct 15, 202512 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
अमेरिका में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां भारतीय मूल के प्रसिद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ ऐशले टेलिस को गोपनीय दस्तावेज रखने और चीन से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन ने वर्जीनिया के वियना स्थित उनके घर पर छापा मारा, जहां से 1000 से ज्यादा पन्नों के टॉप सीक्रेट दस्तावेज बरामद किए गए। दरअसल, भारतीय मूल के अमेरिकी विश्लेषक और साउथ एशिया पॉलिसी पर लंबे समय तक सलाहकार रहे ऐशले टेलिस को अमेरिका में गिरफ्तार किया गय। उन पर आरोप है कि उन्होंने गोपनीय दस्तावेज अपने पास रखे और चीनी अधिकारियों से मुलाकात की। कोर्ट में दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक, 64 वर्षीय टेलिस पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां अवैध रूप से रखने का आरोप है। दोषी पाए जाने पर उन्हें 10 साल तक की जेल और 2.5 लाख डॉलर जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि टेलिस के वर्जीनिया स्थित घर से हजारों पेजों के टॉप सीक्रेट और सीक्रेट दस्तावेज मिले हैं। ये दस्तावेज उनके वियना स्थित घर में रखे गए थे। टेलिस की गिरफ्तारी पिछले हफ्ते हुई और सोमवार को उन्हें औपचारिक रूप से आरोपित किया गया। एफबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि वे स्टेट डिपार्टमेंट के अनपेड एडवाइजर और पेंटागन के आफिस आफ नेट एसेसमेंट के कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम कर रहे थे।
ऐशले टेलिस कानेर्गी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के सीनियर फेलो भी हैं। उन्होंने 2001 में अमेरिकी सरकार से जुड़कर रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों प्रशासन को भारत और दक्षिण एशिया पॉलिसी पर सलाह दी। वे मुंबई में जन्मे और सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़े हैं। इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी आॅफ शिकागो से पॉलिटिकल साइंस में एमए और पीएचडी की। वर्षों तक वे यूएस-इंडिया-चाइना पॉलिसी के सबसे प्रभावशाली विश्लेषकों में गिने जाते रहे हैं।
कोर्ट रिकॉर्ड्स के मुताबिक, सितंबर और अक्टूबर 2025 में टेलिस ने डिफेंस और स्टेट डिपार्टमेंट की बिल्डिंग्स से गुप्त दस्तावेज निकाले, प्रिंट किए और घर ले आए। सर्विलांस फुटेज में उन्हें एक लेदर ब्रीफकेस के साथ इमारत से बाहर जाते देखा गया था। जब एफबीआई ने 11 अक्टूबर को उनके घर पर सर्च वारंट के तहत छापेमारी की तो कई जगहों से गुप्त फाइलें बरामद हुईं, जिनमें लॉक्ड फाइलिंग कैबिनेट, बेसमेंट आॅफिस की टेबल और स्टोरेज रूम में रखे ब्लैक ट्रैश बैग्स शामिल हैं। टेलिस के पास टॉप सीक्रेट सिक्योरिटी क्लीयरेंस थी और वे सेंसिटिव कंपार्टमेंटेड इंफॉर्मेशन तक पहुंच रखते थे।
मामला और पेंचीदा तब हुआ जब जांच में सामने आया कि टेलिस ने पिछले कुछ सालों में कई बार चीनी अधिकारियों से मुलाकात की। एफबीआई का दावा है कि 15 सितंबर 2025 को वर्जीनिया के फेयरफैक्स स्थित एक रेस्टोरेंट में टेलिस की मुलाकात चीनी अधिकारियों से हुई थी। उन्हें एक मनीला एनवेलप के साथ अंदर जाते और बिना लिफाफे के बाहर निकलते देखा गया। इसी तरह अप्रैल 2023 में वॉशिंगटन डीसी के उपनगर में हुई एक डिनर मीटिंग के दौरान पास बैठे लोगों ने सुना कि टेलिस और चीनी प्रतिनिधि ईरान-चीन संबंधों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों पर चर्चा कर रहे थे। दो सितंबर को टेलिस को चीनी अधिकारियों से एक गिफ्ट बैग मिला था