राजस्थान के जैसलमेर में बस अग्निकांड का शिकार 20 लोगों की पहचान के लिए डीएनए सैंपलिंग शुरू हो गई है। अपनों की तलाश कर रहे परिवारों के दो सदस्यों के सैंपल लिए जा रहे हैं। डीएनए सैंपलिंग के लिए जोधपुर के महात्मा गांधी और जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल में अरेंजमेंट किए गए हैं।
By: Arvind Mishra
Oct 15, 20259 hours ago
जोधपुर। स्टार समाचार वेब
राजस्थान के जैसलमेर में बस अग्निकांड का शिकार 20 लोगों की पहचान के लिए डीएनए सैंपलिंग शुरू हो गई है। अपनों की तलाश कर रहे परिवारों के दो सदस्यों के सैंपल लिए जा रहे हैं। डीएनए सैंपलिंग के लिए जोधपुर के महात्मा गांधी और जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल में अरेंजमेंट किए गए हैं। मंगलवार देर रात 19 शवों को जोधपुर लाया गया। इनमें एक पोटली भी थी, जिसमें केवल हड्डियां थीं। वहीं, एक व्यक्ति का शव पहले से ही जोधपुर में था। दरअसल, मंगलवार की दोपहर को राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक निजी बस अचानक आग की चपेट में आ गई, जिसमें लगभग 20 यात्रियों की मौत हो गई और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। 57 यात्रियों को लेकर जोधपुर की ओर जा रही बस में यह हादसा जैसलमेर-जोधपुर हाइवे पर हुआ। बेकसूरों को जिंदा जला देने वाले इस दर्दनाक हादसे में कई और चीजें सामने आ रही हैं।
हादसे वाली बस को नॉर्मल से अउ में मॉडिफाई करवाया गया था। इसी सेंट्रल अउ में शॉर्ट सर्किट हादसे का कारण बना। केके ट्रैवल्स की नयी इस बस को 5 दिन पहले ही इस रूट पर लगाया था। आग लगते ही धुआं भरने से बस का दरवाजा बंद हो गया था, जिसके चलते लोग छटपटाकर रह गए, लेकिन समय होने के बावजूद बाहर नहीं निकल सके।
मौके पर पहुंचे थईयात गांव निवासी कस्तूर सिंह ने घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया-लोग कांच तोड़कर कूदे और जान बचा लेने की गुहार लगाते रहे। हादसे के दौरान काफी देर तक कोई फायर ब्रिगेड नहीं आई। आखिर में आर्मी ने जेसीबी लगाकर बस का गेट तोड़ा और लोगों का रेस्क्यू किया। कस्तूर सिंह ने दावा किया कि बस से 16 लोगों को ही बाहर निकाला गया।
सेना का जवान परिवार सहित जिंदा जला। महेंद्र, अपनी पत्नी पार्वती, बेटी खुशबू-दीक्षा व बेटे शौर्य के साथ जोधपुर छुट्टी मनाने आ रहे थे।
महेंद्र जैसलमेर में सेना के गोला बारूद डिपो में कार्यरत थे और शहर में इंद्रा कॉलोनी में किराए के मकान में रहता थे। वे दीपावली मनाने के लिए परिवार के पास गांव जा रहे थे। जैसलमेर के एक स्थानीय पत्रकार राजेन्द्र सिंह भी इस बस हादसे में जिंदा जल गए। वे एक उद्घाटन में पोकरण जा रहे थे। घायलों में एक कपल भी है, जो प्री-वेडिंग शूट कराकर जोधपुर लौट रहा था।