मध्यप्रदेश की राज्य मंत्री पर अब सत्ता-संगठन की तलवार लटक रही है। भाजपा संगठन उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। वहीं कांग्रेस लगातर मंत्री के इस्तीफे को लेकर मोर्चा खोले हुए है। गौरतलब है कि सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट से भाजपा विधायक व राज्यमंत्री बागरी के भाई व बहनोई को गांजा तस्करी के केस में गिरफ्तार किया गया है।
By: Arvind Mishra
Dec 14, 20259:59 AM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश की राज्य मंत्री पर अब सत्ता-संगठन की तलवार लटक रही है। भाजपा संगठन उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। वहीं कांग्रेस लगातर मंत्री के इस्तीफे को लेकर मोर्चा खोले हुए है। गौरतलब है कि सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट से भाजपा विधायक व राज्यमंत्री बागरी के भाई व बहनोई को गांजा तस्करी के केस में गिरफ्तार किया गया है। इसके चलते भाजपा की आलोचना कर रही है और पार्टी की किरकिरी हो रही है। दरअसल, गांजा तस्करी में गिरफ्तार हुए भाई अनिल बागरी के केस में मध्य प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी भाजपा प्रदेश कार्यालय तलब की गईं। भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने इस मामले में राज्य मंत्री बागरी करीब आधे घंटे तक सवाल-जवाब किया। इसके बाद हितानंद ने अलग से बातचीत की और जवाब तलब किया। मामले में प्रतिमा बागरी ने खुद को पूरी तरह निर्दोष बताया और कहा कि भाई के कृत्य से मेरा कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन भाजपा संगठन उनके इस जवाब से संतुष्ट नहीं है।
जनसेवक में नहीं होना चाहिए अहंकार
पार्टी संगठन ने कहा कि आपके घर में ही इतना कुछ चलता रहा और आपको जानकारी क्यों नहीं लगी। पार्टी संगठन ने बागरी से भाई की गिरफ्तारी पर स्पष्टीकरण मांगा है। पार्टी नेताओं ने कहा-खजुराहो में मीडिया के साथ आपकी बातचीत में अहंकार झलक रहा था, जनसेवक का व्यवहार ऐसा नहीं होना चाहिए।
भाजपा संगठन ने दिखाई गंभीरता
जामवाल और हितानंद से मुलाकात के बाद प्रदेश कार्यालय से बाहर आते समय मंत्री बागरी का चेहरा उतरा हुआ था। हालांकि इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल नहीं थे। बागरी से खंडेलवाल अलग से बात कर सकते हैं। भाजपा संगठन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। ऐसे में राज्य मंत्री बागरी की मुश्किलें बढ़ सकती है।
मंत्री बोले- कानून से ऊपर नहीं भाई
इधर, रीवा प्रवास के दौरान प्रभारी मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा-प्रतिमा बागरी के भाई हो या फिर कोई और कानून से ऊपर नहीं हैं। मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि पारिवारिक रिश्ते या संबंध किसी भी स्थिति में पुलिस की कार्रवाई में आड़े नहीं आएंगे। सरकार की ओर से पुलिस और प्रशासन को स्पष्ट निर्देश हैं कि कानून का पालन निष्पक्ष रूप से किया जाए। जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी, चाहे वह किसी भी पद या परिवार से जुड़ा हो।
मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास
इधर, सीएम डॉ. मोहन यादव की सरकार के दो साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास लगाए जा रहे हैं। सीएम के हालिया दिल्ली दौरों को भी संभावित बदलाव के नजरिए से देखा जाता है। मंत्रिमंडल में परिवर्तन की अटकलों के बीच सीएम द्वारा मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी की गई है। जहां कई मंत्रियों का विभाग से सीएम संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए अब तय किया गया है कि नए चेहरों का मौका दिया जाएगा।