यूक्रेन की अर्थव्यवस्था मंत्री और अमेरिका के साथ खनिज समझौते में प्रमुख वातार्कार, यूलिया स्विरिडेन्को को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। इस बदलाव का उद्देश्य युद्ध की थकी हुई जनता में नई ऊर्जा भरना है।
By: Sandeep malviya
Jul 17, 20252 hours ago
कीव। यूक्रेन की अर्थव्यवस्था मंत्री और अमेरिका के साथ खनिज समझौते में प्रमुख वातार्कार, यूलिया स्विरिडेन्को को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। साल 2022 में रूस के व्यापक आक्रमण की शुरूआत के बाद से वह यूक्रेन की पहली नई सरकार प्रमुख बनीं हैं। स्विरिडेन्को यूक्रेन सरकार में नई भूमिकाएँ संभालने वाले अधिकारियों के समूह में से एक हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की युद्ध से थके हुए राष्ट्र में ऊर्जा भरने और रूस के लगातार आक्रमण के मद्देनजर घरेलू हथियारों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल कर रहे हैं। हालांकि, घरेलू स्तर पर, मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को कोई बड़ा बदलाव नहीं माना जा रहा है।
इस बदलाव का उद्देश्य न सिर्फ युद्ध की थकी हुई जनता में नई ऊर्जा भरना है, बल्कि घरेलू स्तर पर हथियारों के निर्माण को बढ़ावा देना भी है। दरअसल, राष्ट्रपति अपनी भरोसेमंद टीम के साथ ही रणनीतिक मोर्चों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। वहीं, माना जा रहा है कि पूर्व पीएम डेनिस शमिहाल को रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
डेनिस शमिहाल अब संभालेंगे रक्षा मंत्रालय
शमिहाल ने मंगलवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की। वे 2020 से अब तक यूक्रेन के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री रहे। हालांकि वे सरकार से पूरी तरह अलग नहीं हो रहे हैं, बल्कि रक्षा मंत्री के तौर पर एक नई भूमिका निभाएंगे। रक्षा मंत्रालय का बजट यूक्रेन के अन्य मंत्रालयों की तुलना में सबसे बड़ा है, खासकर युद्ध की स्थिति में। शमिहाल को इस मंत्रालय में लाने का मकसद शायद अधिक स्थिरता और नियंत्रण स्थापित करना है।
पूर्व रक्षा मंत्री के कार्यकाल पर उठे सवाल
शमिहाल जिन रुसतेम उमेरोव की जगह लेंगे, उनके कार्यकाल में रक्षा मंत्रालय पर कई बार कुप्रबंधन और घोटालों के आरोप लगे। उमेरोव ने सुधारों को आगे बढ़ाने की कोशिश की थी, लेकिन उनके समय में खरीद-फरोख्त की पारदर्शिता और सिस्टम की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठे। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मंच पर उमेरोव की मौजूदगी सक्रिय रही, लेकिन देश के भीतर मंत्रालय को प्रभावी ढंग से चलाने में उनकी भूमिका को आलोचना का सामना करना पड़ा।
यूलिया स्विरीडेन्को ही पीएम क्यों?
स्विरीडेन्को को एक मेहनती और समर्पित अधिकारी माना जाता है। उन्होंने अमेरिका-यूक्रेन मिनरल डील जैसी अहम बातचीत में अहम भूमिका निभाई है और कई बार पश्चिमी देशों के साथ उच्च स्तरीय वातार्ओं का नेतृत्व किया है। इतना ही नहीं, यूलिया जेलेंस्की की काफी भरोसेमंद मानी जाती हैं।